JAMSHEDPUR : उलीडीह थाना क्षेत्र में किराये के मकान में अपने परिजन के साथ रह रही नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पति-पत्नी को जेल भेज दिया गया है। मकान मालिक का दामाद घर खाली कराने का भय दिखाकर पिछले सात माह से दुष्कर्म करता रहा। दुष्कर्म में उसकी पत्‌नी भी सहयोग करती थी। इस संबंध में मंगलवार को पीडि़ता के बयान पर मकान मालिक के दामाद व पुत्री के खिलाफ उलीडीह थाना में मामला दर्ज कराया गया। मामला दर्ज होते ही उलीडीह पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दुष्कर्म के आरोपित व सहयोग करने में उसकी पत्‌नी को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने दोनों को जेल भेज दिया।


यह है पूरा मामला

घटना के संबंध में पीडि़ता ने बताया कि उलीडीह क्षेत्र के एक मकान में किराये पर रहती थी। इसी दौरान मकान मालिक ने कहा कि कभी-कभी मेरी पुत्री का भी देखभाल कर दिया करना। मकान मालिक के कहने पर वह घर में झाड़ू-पोछा कर दिया करती थी। पीडि़ता ने बताया कि एक दिन मकान मालिक का दामाद घर पर था। मैं झाड़ू देने के लिए घर गई। घर में उस समय कोई नहीं था। आरोपित ने अचानक दरवाजे की कुंडी अंदर से बंद करके मेरा मुंह बंद कर दिया और जबरन मेरे साथ दुष्कर्म किया। मैं चिल्लाने लगी तो धमकी दिया कि घर से तुरंत बाहर कर देंगे। मैं डर गयी। सोचा मेरे कारण परिवार को घर से निकलना पड़ेगा। मैं डर के कारण चुप रही। इसी बीच जब आरोपित को जब मौका मिलता वह मेरे साथ दुष्कर्म करता। जब मैं सात माह की गर्भवती हो गई तो लोग आपस में बात करने लगे। इसकी जानकारी सोमवार को मैं परिजन के साथ ही अपने पड़ोसी को दी। लोगों के सलाह पर मैं पहले बाल मजदूर मुक्ति सेवा संस्थान के संयोजक सदन ठाकुर के पास गई। सदन ठाकुर ने मुझे बाल संरक्षण पदाधिकारी के पास भेज दिया। बाल संरक्षण पदाधिकारी चंचल कुमार के समक्ष घटना के संबंध में पूरी जानकारी दी। चंचल कुमारी ने उलीडीह थाना प्रभारी मुकेश चौधरी से बातचीत की। उस समय नाबालिग थोड़ी घबराई हुई थी। जिसके कारण देर रात तक उसे काउंसिलिंग किया गया। इसके बाद पीडि़ता के बयान पर मंगलवार को उलीडीह थाना में नामजद मामला दर्ज कराया गया।