नो डाउट बारिश का मौसम मौज-मस्ती करने और खाने-पीने का है, लेकिन इस बीच हाइजीन को लेकर हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमें बीमार भी बना सकती है. वॉटरबोर्न डिसीजेस के केसेज इसी मौसम में ज्यादा आते हैं. डॉ. कुणाल सहाय कहते हैं, ‘इस मौसम में हेल्दी रहने के लिए बेशक आपको हाइजीन का ख्याल रखना होगा क्योंकि इस मौसम में वाइरस और बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं.’ डॉ. सहाय बता रहे हैं कुछ प्रीकॉशंस के बारे में जो आपको हेल्दी रहने में हेल्प करेंगे...
भीग गए, no tension
अगर बारिश में भीग गए हों तो घर आकर तुरंत कपड़े चेंज करें. इन्फेक्शंस से बचने के लिए नहा भी सकते हैं.
आप बारिश को एन्जॉय करने के लिए जान-बूझकर भीग रहे हैं, तो साफ-सुथरी जगह पर ही भीगें, लेकिन गीले कपड़ों में बहुत देर तक ना रहें.
भीगने के बाद तुरंत एसी या कूलर के सामने ना जाएं. अचानक टेम्प्रेचर चेंज होने से इन्फेक्शन हो सकता है.
कफ या कोल्ड को लेकर सेंसिटिव हैं तो बारिश में भीगना अवॉइड करें.
Diet का रखे ख्याल
कच्चा या आधा पका हुआ कुछ भी खाना अवॉइड करें.
गर्म और पूरा पका हुआ खाना हाइजीन के लिहाज से बेहतर होता है.
कटे हुए फल, सब्जी भी अवॉइड करें.
ठेले पर या खुले में रखी चीजें न खाएं.
पानी उबला हुआ या अच्छी तरह से फिल्टर किया हुआ ही पिएं.
Mosquitoes से बचना जरूरी
वायरल डिसीजेस को रोकना है तो मच्छरों से खुद को बचाना होगा. घर में मॉस्किटो रिपेलेंट्स और सोते वक्त मच्छरदानी का यूज करें. अपने घर में या आपसाप पानी इकट्ठा ना होनें दे.
Who needs more care?
अस्थमा पेशेंट्स या ऐसे लोग जो सर्दी या जुकाम को लेकर ज्यादा सेंसिटिव हैं उन्हें किसी तरह की प्रॉब्लम होने पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए. देर करने पर प्रॉब्लम बढ़ सकती है.