ड्रायर, स्क्रबिंग मशीन, वैक्यूम सक्शन जैसी आधुनिक मशीनों से साफ होंगे प्लेटफार्म

रेलवे में बढे़गी सफाई कर्मचारियों की संख्या

Meerut। रेलवे की ए श्रेणी में शामिल मेरठ सिटी स्टेशन की साफ-सफाई के लिए अब इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। जिसके लिए मुख्यालय डिमांड भेजी जा चुकी है। इसके अलावा जल्द ही स्टेशन पर सफाई कर्मचारी भी आधुनिक मशीनों से लैस होकर सफाई करते दिखाई देंगे।

आधुनिक होगी सफाई व्यवस्था

रेलवे स्टेशन परिसर में प्लेटफार्म और शौचालयों समेत लिफ्ट और एसक्लेटर की साफ-सफाई के लिए भी इलेक्ट्रॉनिक हैवी ड्यूटी क्लीनिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए कई नई मशीनों की डिमांड मुख्यालय भेजी गई है। ये मशीनें मई माह के अंत तक रेलवे प्रबंधन को उपलब्ध हो जाएंगी।

इन मशीनों से होगी सफाई

झाडू की जगह- वैक्यूम स्वीपिंग मशीन

प्लेटफार्म पर कोटा स्टोर की सफाई के लिए- स्क्रबिंग मशीन, वैक्यूम सक्शन

शौचालय की सफाई- जेट क्लीनिंग मशीन

कूड़ा उठाने के लिए- बैटरी चलित ट्रॉली

बढे़गी कर्मचारियों की संख्या

रेलवे स्टेशन परिसर के दायरे को देखते हुए स्टेशन के सातों प्लेटफार्म समेत आउटर परिसर और ओवर ब्रिज, टायलेट्स, लिफ्ट व एसक्लेटर की सफाई के लिए अलग-अलग सफाई कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए सफाई कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि भी की जा रही है। वर्तमान में स्टेशन पर 70 सफाई कर्मचारियों की आउटसोर्सिग पर तैनाती है। इनकी संख्या अब 84 की जाने की डिमांड भेजी गई है।

स्टेशन की सफाई अब आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक मशीनों से होगी। इनसे सफाई अधिक सही और कम समय में होती है। स्टेशन पर कई नई सुविधाओं का इजाफा हुआ है। लिफ्ट व एसक्लेटर के लिए अलग स्टाफ चाहिए। इसलिए स्टाफ भी बढ़ाया जाएगा।

वीरेंद्र कुमार, सेनेट्री इंस्पेक्टर

किसी बड़े परिसर की साफ-सफाई के लिए मशीनों का उपयोग ही सही रहता है। स्टेशन पर हर मिनट यात्री आवाजाही करते हैं, ऐसे में तुरंत सफाई के लिए मशीनों की ही आवश्यकता है।

गुलशाद

मशीन भी कर्मचारी ही चलाएंगे। इसलिए जरुरी है कि कर्मचारियों के काम पर नजर रखी जाए तभी इस व्यवस्था का असर होगा। वरना हालात पहले जस के तस ही रहेंगे।

अंकित

ए श्रेणी के स्टेशन पर यह सुविधाएं काफी पहले शुरू हो जानी चाहिए थीं। लेकिन यह अभी तक प्रस्तावों में सीमित है।

दीपक