वॉन्टेड, वीर, दबंग और रेडी जैसी सलमान की पिछली कुछ फ़िल्मे में उनके स्टंट्स दर्शकों को काफ़ी पसंद आए और इनकी तुलना रजनीकांत के स्टंट्स से की जा रही है।

लेकिन सलमान ख़ान कहते हैं कि स्टंट्स के मामले में वो रजनीकांत की बराबरी करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। सलमान कहते हैं, “रजनीकांत की बात ही कुछ और है। रजनीकांत बनने के लिए मुझे कम-से-कम बीस साल और चाहिए होंगे। लेकिन मैं जैसा हूं, जो कर रहा हूं, वैसा ठीक हूं.”salman khan

ये बात उन्होंने हाल ही में अपनी नई फ़िल्म ‘बॉडीगार्ड’ के फ़र्स्ट लुक के लॉन्च के मौके पर मुम्बई में कही।

जैक ऑफ़ ऑल ट्रेड्स

इसके बावजूद सलमान ख़ुद को ऐक्शन फ़िल्मों का एक्सपर्ट नहीं मानते। उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं है। मैं उन चंद हीरोज़ में से हूं जो सब कुछ थोड़ा-थोड़ा कर लेता हूं, कॉमेडी, रोमांस, एक्शन, ड्रामा, इमोशन.”

वो ये भी कहते हैं कि स्टंट्स करने में उन्हें डर तो नहीं लगता लेकिन तकलीफ़ ज़रूर होती है क्योंकि ये मुश्किल काम है। लेकिन सलमान कहते हैं कि अब पहले की अपेक्षा सुरक्षा के इंतज़ाम बेहतर होते हैं।

वैसे सलमान फ़िल्मों में ऐक्शन की वापसी का श्रेय सत्तर के दशक के हीरोज़ को देते हैं। उनका कहना था, “एक समय था जब हमारी फ़िल्मों में बेचारे-किस्म के हीरो हुआ करते थे, रोते थे। फिर मेरे पिता की लिखी फ़िल्म ज़ंजीर से एक नया दौर आया। उसमें अमिताभ बच्चन का किरदार है, वहां से ‘एंग्री यंग मैन’ आया और फिर उस तरह की फ़िल्में शुरु हुईं.”

फ़िल्म बॉडीगार्ड में सलमान ख़ान के साथ करीना कपूर मुख्य भूमिका में हैं। फ़िल्म में कैटरीना कैफ़ का एक आईटम सॉन्ग भी है। फ़िल्म 31 अगस्त को रिलीज़ हो रही है।

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