-मांझी सीएम रहेंगे या नहीं, इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा-नहीं पता

- मांझी ने बागियों के मामले में कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था, जबकि बागी नीतीश के खिलाफ बिगुल फूंक रहे हैं

PATNA : एक समय था जब नीतीश कुमार ने अपनी सीएम की कुर्सी छोड़ दी थी, तब काफी विरोध हुआ था। यही नहीं, नीतीश कुमार ने सीएम की कुर्सी पर जीतनराम मांझी को बैठवाया। उस वक्त नीतीश कुमार ने दलित को सीएम की कुर्सी देने के अपने फैसले को ऐतिहासिक कहा था, लेकिन अब बदलती राजनीति का हाल यह है कि नीतीश कुमार को ही नहीं मालूम कि मांझी सीएम की कुर्सी पर रहेंगे कि नहीं। दिल्ली जाने से पहले नीतीश कुमार ने कहा कि मैं कौन होता हूं ये आश्वासन देने वाला।

जेडीयू की सेहत पर कोई असर नहीं

जीतन राम मांझी ने बागी विधायकों के मामले में हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया था, शायद इसी पर नीतीश कुमार ने कहा कि जेडीयू में रहकर अलग बयान देने वालों से जेडीयू की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

मर्जर में लगे हुए हैं हम

दिल्ली में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से मिलने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उदारवादी धारा को हमारी कोशिश से ताकत मिलने वाली है। हम मर्जर में लगे हुए हैं, इसलिए कट्टरवादी लोग घबराए हुए हैं

मांझी के समर्थन में उतरे ज्ञानू

एक तरफ सीएम नीतीश कुमार के उस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं कैन होता हूंवहीं दूसरी तरफ बागी विधायक ज्ञानेन्द सिंह ज्ञानू ने विधानसभा में कोर्ट के जजमेंट की कॉपी दी और प्रेस से कहा कि हम विधायक सब जीतन राम मांझी का समर्थन करेंगे। नीतीश कुमार खुद सीएम बनने को बेचैन हैं.उ नका सपना पूरा नहीं होने देंगे। ज्ञानू ने कहा कि बीजेपी से भी मांझी को समर्थन दिलाने की कोशिश करेंगे।