भाई के बाद अब मेरा नम्बर है!

- जेल में बंद अपराधी की धमकी से खौफजदा है अकबर की फैमिली

- छोटे भाई की पहले ही हो चुकी है हत्या, पुलिस से मांग रहा फरियाद

मो। अकबर आजम के चेहरे पर परेशानियां साफ झलक रही थीं। हालांकि मामला पुराना है, पर उसमें एक नया पेंच फंस गया है। वह एसएसपी साहब का इंतजार कर रहा था। उनसे भेंट तो नहीं हो सकी, लेकिन उनके एबसेंस में डीएसपी हेडक्वार्टर-1 एम के सुधांशु ने फरियाद सुनी। अकबर ने कहा कि सर, मेरे भाई की हत्या कर दी गयी थी, अब मेरा नम्बर है। जेल में बंद अपराधी ने लेटर लिखकर मारने की धमकी दी है।

भाई को जलाकर मार डाला था

अकबर ने बताया कि उसके भाई मो। अमजद की मुम्बई में जलाकर हत्या कर दी गयी थी। इसका आरोप परवेज नामक लड़के पर लगा था। गौरतलब है कि परवेज ही अमजद को लेकर मुम्बई गया था। 14 फरवरी 2009 को उसे जलाया गया था। अकबर ने बताया कि हॉस्पीटल में 18 दिन जिन्दा रहने के बाद 3 मार्च को वह चल बसा। उसकी हालत ऐसी थी कि अपना बयान नहीं दे सका।

उस खत ने उड़ा ली है नींद

उसने बताया कि जेल से धमकी देने वाला मो। असलम उर्फ मझलका पिछले पांच साल से बेऊर जेल में में बंद है। अकबर ने बताया कि परवेज असलम के गैंग का ही मेम्बर है। जेल से ही उसने मेरे भाई की हत्या की प्लानिंग की थी। अकबर के माता-पिता दोनों ही सरकारी स्कूल के टीचर हैं, जबकि अकबर ने भी टीचर ट्रेनिंग कर रखी है। 31 मई 2011 को जब एक लेटर मेरे घर आया, तो सबकी नींद उड़ गई। लेटर में जान से मारने की धमकी थी। गौरतलब है कि असलम 25 जुलाई 2005 में ईसोपुर फुलवारी में दोहरे हत्याकांड में जेल गया था। बाइक लूट के दौरान दो भाईयों की हत्या हो गयी थी। अब वह सिर्फ अपने परिवार की जान बचाने की गुहार लगा रहा है। इस संबंध में डीएसपी एमके सुधांशु ने बताया कि प्रिवेंटिव एक्शन लिया जा रहा है। जेल में बंद अपराधी पर भी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी, तो पुलिस की ओर से सीसीए के लिए भी रिपोर्ट भेजी जायेगी।