- भाजपा के 13 विधायकों ने संस्कृत में ली शपथ

- 84 सदस्य बचे, आज ले सकते हैं शपथ

- कांग्रेस विधायक हुए शामिल, सपा विधायक नहीं आए

LUCKNOW: विधानसभा में प्रदेश के नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम शुरू हुआ तो सदन संस्कृत भाषा से गूंज उठा। भाजपा के 13 विधायकों ने संस्कृत में शपथ लेकर परंपरा को जीवित रखा। शपथ ग्रहण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोटेम स्पीकर फतेह बहादुर द्वारा विधायकों के स्वागत से शुरू हुआ, लेकिन सबसे पहली शपथ लेने वाले नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी की अनुपस्थिति की वजह से बाकी विधायकों को शपथ दिलाते हुए इसे जारी रखा गया। हैरत की बात यह रही कि करीब एक दर्जन विधायक ऐसे भी थे जो शपथ ग्रहण के दौरान ठीक से हिंदी का उच्चारण भी नहीं कर सके लिहाजा उन्हें दोबारा शपथ दिलाई गयी।

रामवीर उपाध्याय ने दिलाई शपथ

राम गोविंद चौधरी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल न होने पर रामवीर उपाध्याय ने भाजपा विधायक सूर्य प्रताप शाही को शपथ दिलाई, लेकिन वह अपना नाम लेना भूल गये। इसके बाद उन्हें दोबारा शपथ दिलाई गयी। रामवीर उपाध्याय ने 110 विधायकों को शपथ दिलाई। इसके बाद 145 सदस्यों को दुर्गा प्रसाद यादव और बाकियों को फागू चौहान ने शपथ दिलाई। वहीं भाजपा विधायक अनुपमा जायसवाल, संजय, धीरेंद्र सिंह, शशांक त्रिवेदी, सुरेश श्रीवास्तव, नीरज बोरा, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, चंद्र प्रकाश शुक्ला, पवन कुमार, धनंजय कनौजिया, सुरेंद्र सिंह और सुरेंद्र नारायण सिंह ने संस्कृत में शपथ ली। इस दौरान कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा, अजय कुमार लल्लू और अदिति सिंह ने भी शपथ ग्रहण की।

नहीं बोल सके सही हिंदी

विधानसभा में कई विधायकों को शपथ ग्रहण के दौरान असहज भी होना पड़ा। करीब एक दर्जन विधायक ऐसे भी रहे जो ठीक से हिंदी का उच्चारण भी नहीं कर सके। नतीजतन उन्हें दोबारा शपथ दिलानी पड़ी। इस दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी विधानसभा में मौजूद रहे। भाजपा विधायक शपथ लेने के बाद उनका अभिवादन करते देखे गये। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम दोपहर 2.40 बजे समाप्त हो गया। इस दौरान सपा के तमाम विधायकों की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। मालूम हो कि सपा में विधायकों की बैठक होने की वजह से उनका शपथ ग्रहण आज नहीं हो सका।

84 सदस्य लेंगे शपथ

मालूम हो कि मंगलवार को कुल 314 विधायकों ने शपथ ली। इससे पहले सोमवार को राज्यपाल राम नाईक ने चार सदस्यों फतेह बहादुर, दुर्गा प्रसाद यादव, रामपाल वर्मा और रामवीर उपाध्याय को शपथ दिलाने के बाद उन्हें बाकी सदस्यों को शपथ दिलाने के लिए नामित किया था। इस तरह अब कुल 84 सदस्यों को शपथ दिलाया जाना बाकी है। ये सभी बुधवार को शपथ ग्रहण कर सकते हैं।