Lucknow: रोडीज में रफ और स्ट्रेट लोग ही इंट्री कर पाते हैं। ऐसे लोग जिन्हें नेम के साथ फेम भी चाहिए होता है। फोर्थ क्लास की उम्र से रोडीज को फालो कर रही दियाली चौहान  भी कुछ ऐसी ही सोच रखती हैं। मंगलवार को शो के प्रमोशन के लिए दियाली और अनिरुद्ध शर्मा सिटी में मौजूद थे। इस मौके पर अनिरुद्ध ने अपने बाइक प्रेम पर खुलकर बात की तो दियाली ने बिन्दास अंदाज में खुद को सामने रखा।

दियाली कहती हैं मेरे पेरेंट्स बहुत ही ब्राड माइंडेड हैं। वो मेरे लिए यह सपने नहीं देखते कि मैं लड़की हूं और मुझे एक दिन विदा कर देना है। वो मुझे अपने पैरों पर खड़े होते देखना चाहते हैं। मेरा कोई इरादा फिल्मों में जाने का नहीं है जो मैं इस शो में आई हूं। आई लव टीवी और मुझे टेलीविजन प्रोडक्शन में ही जाना है।

गुटबाजी में बिलीव नहीं

एम टीवी रोडीज सीजन 9 में लखनऊ की दियाली भी हैं। उन्होंने सिर्फ एक साल यहां पढ़ाई की है। अब दिल्ली में फैमिली के साथ रहती हैं और कभी कभार लखनऊ का रुख भी हो जाता है। दियाली खुद को डिस्क्राइब करते हुए कहती हैं कि मैं बहुत ही स्ट्रेट फारवर्ड गर्ल हूं्। सबसे इंट्रैक्शन करती हूं, ग्रुपबाजी में बिलीव नहीं करती, लेकिन मेरे साथ अगर कोई बुरा करता है तो मैं उसे जवाब देने से पीछे नहीं हटती।

इस शो पर जाने में फैमिली का क्या रोल है? इस सवाल का जवाब देते हुए दियाली कहती हैं कि मेरे पेरेंट्स चाहते हैं कि लाइफ में मैं कुछ अच्छा करूं। सेल्फ डिपेंडेंट बनूं। अगर मैं बार टेंडर भी बन जाऊं तो कोई प्राब्लम नहीं है उन्हें।

बस लड़का अच्छा हो

वो मेरी शादी में बिलीव नहीं करते। वो कहते हैं ब्वायफ्रेंड हो या लिव इन रिलेशनशिप। अच्छा लड़का हो बस। मेरा भी बिलीव यही है क्योंकि कभी मैं बदल सकती हूं तो दूसरा इंसान भी बदल सकता है। क्या सोसायटी इस बोल्ड स्टेप को एक्सेप्ट करेगी? इसका जवाब में दियाली कहती हैं कि मैं सोसायटी की परवाह नहीं करती।

वो कभी किसी बात को गलत मानती है तो कभी उसी बात को सही करार दे देती है। मैं ऐसी सोसायटी की परवाह ही नहीं करती। नागपुर के रहने वाले अनिरुद्ध कहते हैं कि मैं 16 साल की उम्र से बाइक चला रहा हूं और आज भी मुझे बाइकिंग का बहुत ज्यादा शौक है। मैं मानता हूं कि रोडीज के ऑडीशन में आने वालों में टैलेंट की कोई कमी नहीं होती, लेकिन सेलेक्शन के लक मैटर करती है।