उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष योजना से पैसा दिलाने के लिए डीएम ने की थी संस्तुति

कैंसर पीडि़त मुस्कान बानो उर्फ फरहीन के परिजनों को अब इलाज का पैसा जुटाने के लिए दर-दर की ठोकरें नहीं खानी होंगी। आई नेक्स्ट की मुहीम ने रंग दिखा दिया है। डीएम की पहल पर उसके इलाज के लिए एक लाख 90 हजार रुपए शासन ने संस्तुत कर दिए हैं। यह धनराशि जल्द ही उसके परिवार के सदस्यों को उपलब्ध करा दी जाएगी। इसकी सूचना से फरहीन के परिवार के सदस्यों के चेहरे पर रौनक आ गई है। उन्हें उम्मींद जगी है कि फरहीन अब सही-सलामत होकर घर लौट सकेगी।

कमला नेहरू में चल रहा इलाज

स्टैनली रोड की रहने वाली फरहीन उर्फ मुस्कान बानो पुत्री गुड्डी बेगम का केस अशोक नगर में बने बाढ़ राहत केन्द्र में सामने आया था। केन्द्र का जायजा लेने पहुंचे आई रिपोर्टर मुस्कान की हालत देखकर दंग रह गया। इसके बाद उसने अपने स्तर से प्रयास किया और आई नेक्स्ट ने पब्लिक से मदद को सामने आने का आह्वान किया। इस प्रयास के बाद मुस्कान को बेली में भर्ती कराया गया। यहां से कैंसर आईडेंटीफाई होने के बाद उसे कमला नेहरू कैंसर हॉस्पिटल में शिफ्ट करा दिया गया। आई नेक्स्ट में प्रकाशित हो रही खबरों को डीएम संजय कुमार ने संज्ञान ले लिया। पूरी स्टोरी जानने के बाद उन्होंने मुस्कान के इलाज के लिए धन की कमी न होने देने का प्रयास किया। इस दौरान समाजसेवी उसकी मदद करते रहे।

शासन को भेजा प्रस्ताव

केस स्टडी के बाद डीएम ने उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष योजना के तहत इलाज के लिए धन मुहैया कराने को प्रस्ताव शासन को भेजा। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि डीएम के प्रस्ताव पर 1.90 लाख रुपए की मंजूरी शासन से आ गई है और इस धनराशि को कमला नेहरू हॉस्पिटल के एकाउंट में ट्रांसफर भी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि डीएम की अध्यक्षता में जिला संचालन समिति द्वारा फूलपुर की एक पीडि़ता को एक सप्ताह के अन्दर एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता क्षतिपूर्ति स्वीकृत की गई है। शेष छह लाख रुपए की स्वीकृति न्यायालय में चार्जशीट दाखिल होने के एक माह के भीतर हो जाएगा। डीएम ने महिला के साथ घटना के लिए जिम्मेदारों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने एसएसपी से कहा है कि वे अपने स्तर से इस प्रकार के मामलों की निगरानी करके ज्यादा से ज्यादा पीडि़ताओं को कोष के अन्तर्गत लाभान्वित करायें तथा आरोपियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें।

आई नेक्स्ट में छपी खबरों से ही मुझे मुस्कान की बीमारी के बारे में पता चला था। शासन और प्रशासन इस तरह के मरीजों के लिए हमेशा तत्पर है। उप्र रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष योजना से अधिक से अधिक पीडि़ताओं को लाभान्वित कराने का प्रयास किया जाएगा।

संजय कुमार

जिलाधिकारी, इलाहाबाद

आज सेकाई का पैसा हमसे नहीं लिया गया है। इसके अलावा सूई-दवाई का खर्च हमें ही उठाना पड़ रहा है। पता तो चला है कि पैसा आ गया है लेकिन, काउंटर पर पूछा तो बताया कि अभी नहीं मिला है।

गुड्डी बेगम (मां)