- सपा जिला प्रवक्ता कालीशंकर ने सीएम को भेजी आई नेक्स्ट की कटिंग

- कमिश्नर को ज्ञापन के साथ सौंपी आई नेक्स्ट की प्रतिलिपि

GORAKHPUR : जीडीए का हर काम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। बंदरबाट में क्वालिटी को ताक पर रखकर निर्माण कार्य होते हैं। सबसे ताजा उदाहरण असुरन चौक से मेडिकल कॉलेज तक चौड़ी हुई रोड का है। 6 करोड़ की लागत बन कर तैयार हुई सड़क 7 माह में ही उखड़ गई। आई नेक्स्ट ने 19 जून के एडिशन में '7 महीने में टूट गई 6 करोड़ की सड़क' हेडिंग से न्यूज पब्लिश की। इस खबर में आई नेक्स्ट ने बताया था मेडिकल कॉलेज रोड पूर्वाचल की व्यस्ततम सड़कों में से एक है। संकरी रोड होने और ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने के कारण अक्सर यहां जाम लगा रहता था जिसमें एंबुलेंस भी फंस जाती थी। खबर पब्लिश होने के बाद जिला समाजवादी पार्टी ने पूरे मामले की जांच की मांग उठाई। जिलाध्यक्ष डॉ। मोहसिन खां और जिला प्रवक्ता कालीशंकर ने सीएम को पत्र लिखकर व कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द जांच कराने की मांग की।

7 महीने में ही निकल गया दम

मेडिकल कॉलेज रोड पहले संकरी थी, जिसके कारण अक्सर जाम लग जाता था। बाद में जिला प्रशासन ने अवस्थापना निधि के तहत इस रोड के चौड़ीकरण का प्रस्ताव बनाया। जीडीए ने इसका जिम्मा लिया और दिसंबर 2014 में यह रोड बन कर तैयार हो गई। सड़क बनने के सात महीने में ही रोड की गिट्टियां उखड़ गई हैं। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में गिरकर आए दिन यहां एक्सीडेंट हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भ्रष्टाचार के सख्त विरोधी हैं। ऐसे में अगर कोई अधिकारी या ठेकेदार घटिया काम करके सरकार की छवि खराब करता है तो उसको किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मेडिकल कॉलेज रोड पूरे पूर्वाचल के लिए एक प्रमुख सड़क है। इस रोड के घटिया निर्माण की जांच होनी चाहिए। जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

कालीशंकर, जिला प्रवक्ता, सपा