सुबह से ही आने लगे कॉल्स

फ्राइडे मार्निंग तय समय से पहले ही दूनाइट्स के फोन कॉल्स आई-नेक्स्ट ऑफिस के नंबर्स पर आने लगे। फोन इन प्रोग्राम के दौरान सबसे अधिक जानकारी वोटर आईडी कार्ड को लेकर की गई। इलेक्शन ऑफिसर्स से पूछा गया कि, उन्हें मतदाता पहचान पत्र कैसे मिलेगा? क्या नया आईडी कार्ड बनवाने के लिए फार्म सिक्स के अलावा कोई और फार्म भी भरना होगा? सारी प्रक्रिया अगर पूरी कर ली है तो वोटर आईडी उनके हाथ में कैसे आएगा आदि के क्वेश्चन खूब पूछे गए।

कन्फ्यूजन में हैैं लोग

इलेक्शन ऑफिसर मस्तू दास और पीएस रावत के पास जितने भी फोन कॉल आए उसमें सबसे ज्यादा कॉल्स वोटर आईडी कार्ड को लेकर रहा कि ये कैसे और कहां मिलेंगे। इसमें अधिकतर ऐसे लोग थे जिन्होंने पहली बार मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन किया है। कॅाल्स का जवाब देते हुए ऑफिसर्स ने बताया कि नए मतदाता पहचान पत्र के लिए पहले फार्म 6 भरा जाता है। इसके बाद एरिया का बीएलओ एड्रेस का वैरिफिकेशन करता है। वैरिफिकेशन आवेदन करने वाले व्यक्ति के घर के आस-पास रहने वाले लोगों से की जाती है। सब कुछ सही पाए जाने के बाद वोटर आईडी कार्ड उस एड्रेस पर पहुंचा दिया जाएगा जहां का एड्रेस आवेदन में दिया गया है।

नाम व एड्रेस गलत है

आई-नेक्स्ट के फोन इन प्रोग्राम में वोटर आईडी कार्ड कैसे मिलेगा के संदर्भ में सबसे अधिक जानकारी प्राप्त की गई। इसके बाद फोन करने वालों का दूसरा सवाल रहा नाम व एड्रेस की गलती को लेकर। किसी का नाम मतदाता पहचान पत्र में गलत अंकित हो गया है तो किसी का एड्रेस ही चेंज है। ऑफिसर्स ने बताया इसे करेक्ट कराना बहुत आसान है। इसके लिए फार्म 8 भरकर एड्रेस प्रूफ और एज प्रूफ की एक कापी संलग्न करनी होगी। फार्म तहसील में जमा कराने के बाद जांच होगी और फिर त्रुटि दूर हो जाएगी।

क्या है आवेदन का तरीका

अगर आप नया मतदाता पहचान पत्र बनवाने जा रहे हैैं तो इन बातों का रखे ख्याल

-फार्म-6

-एड्रेस प्रूफ

-एज प्रूफ

-दो कलर फोटो

यहां कर सकते हैैं आवेदन

-तहसील

-जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी कार्यालय

-ऑनलाइन क्रष्द्गश.ह्वद्म.द्दश1.द्बठ्ठ पर लॉगइन कर

आई-नेक्स्ट ने यह एक ऐसा प्रयास किया है जो अपने आप में काफी क्रिएटिव है। हमें भी काफी अच्छा लगा कि दून के लोगों ने सीधे हमसे बात की और अपनी प्रॉब्लम्स शेयर की। यहां कई सुझाव भी मिले, जिसे हमने नोट कर लिया है। भविष्य में भी अगर ऐसे प्रोग्राम होते हैं इलेक्शन कमिशन की तरफ से इसे जरूर सपोर्ट मिलेगा

मस्तू दास

ऐसे तो मेरा मोबाइल नंबर निर्वाचन कार्यालय की तरफ से हर तरफ डिस्ट्रीब्यूट किया गया है, ताकि लोग मुझसे सीधे बात कर अपनी प्रॉब्लम शेयर कर सकें, पर आज आई-नेक्स्ट के माध्यम से जितनी क्वैरी मिली वह प्रशंसनिय है। अखबार सीधे जनता से जुड़ा होता है और इसका फायदा यहां देखने को मिला। आई-नेक्स्ट की पूरी टीम इसके लिए धन्यवाद के पात्र हैं।

पीएस रावत

कुछ इस प्रकार रहे सवाल-जवाब

सवाल:-मेरा वोटर आईडी 2003 में बना था, एड्रैस गलत है। त्रिभुवन उनियाल, जाखन।

उत्तर:-वैसे तो आपको पहले ही यह सुधार करवा लेना चाहिए था, लेकिन अब भी देर नहीं हुई है। आपको फॉर्म-8 भरना होगा। इसके साथ एड्रैस प्रूफ भी लगेगा। इसके अतिरिक्त 25 रुपए का सरकारी चालान लगाना पड़ेगा।

प्रश्न:-मैं पहले कहीं और रहता था, अब कहीं और। मेरा वोटर कार्ड पहले के एड्रैस पर बना है। अब दूसरे स्थान पर शिफ्ट करना चाहता हूं। कैसे हो सकता है। उमेश नेगी, रिंग रोड।

उत्तर:-इसके लिए आपको पहले डिलीट के लिए फॉर्म-7 और नए स्थान पर नाम रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म-6 का यूज करना होगा। फिर आपका नया वोटर कार्ड बन जाएगा।

प्रश्न:-मैंने फॉर्म-6 भरा था, लेकिन सुना है कि संबंधित बीएलओ की आकस्मिक मृत्यु हो गई। अब पता नहीं चल पा रहा है। प्रीति गुप्ता।

उत्तर:-हां, इसमें दिक्कत हो सकती है। इसको चैक करवा लेंगे। आप जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी कार्यालय आएं या फिर मुझसे फोन पर जानकारी ले लें।

प्रश्न:-मेरा एड्रैस गलत है। अरुण चौधरी।

उत्तर:-इसमें कोई दिक्कत नहीं। आप फॉर्म-8 भर दें और एड्रैस प्रूफ के बाद जमा कर दें।

प्रश्न:-सर, वोटर कार्ड बनवाना था, लेकिन तहसील में कह रहे हैं फॉर्म समाप्त हो चुके हैं। मुकेश कुमार, बद्रीपुर।

उत्तर:- ऐसा नहीं हो सकता है कि फार्म खत्म हो गए हों, लेकिन फिर भी आप जिला सहायक निर्वाचन ऑफिस से फॉर्म-6 लेकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

प्रश्न:-मैं बाहर का रहने वाला हूं, देहरादून में वोटर कार्ड बनवाना चाहता हूं। कैसे बन पाएगा। सिद्धार्थ, चक्शाहनगर।

उत्तर:-आप फॉर्म-6 लेकर अपने मकान मालिक का एड्रैस प्रूफ लेकर वोटर कार्ड बनवा सकते हैं।

प्रश्न:-वोटर कार्ड में एड्रेस बदलने की क्या प्रक्रिया है। राजेश धर्मपुर।

उत्तर:-फार्म-8ए के साथ आपको वर्तमान एड्रेस के साथ फॉर्म भरना होगा।

प्रश्न:-मैंने रजिस्ट्रेशन करवाया था। अभी तक नहीं आया वोटर आईकार्ड। मैंने स्थानीय पार्षद को दिया था। प्रीति गुप्ता, इंदिरा नगर।

उत्तर:-देखिए, आप खुद इस काम को कर सकते हैं। किसी के बहकावे में न आएं तो बेहतर होगा। खुद फॉर्म भरकर आप जमा कर सकते हैं। वैसे वोटर कार्ड बनवाने के नाम पर पैसे लेने की भी शिकायतें आ रही हैं।

प्रश्न:-मेरी दादी की उम्र 70 साल है, क्या उनका वोटर आई कार्ड बन सकता है। जय सिंह, जाखन।

उत्तर:-बिल्कुल बन सकता है। इसके लिए भी आपको फॉर्म भरना पड़ेगा फिर आपकी दादी का भी वोटर कार्ड बन जाएगा।

प्रश्न:-क्या आधार कार्ड और वोटर कार्ड एक ही माने जाएंगे। प्रमोद शहरा, रेसकोर्स।

उत्तर:-नहीं, दोनों अलग हैं। आधार कार्ड दूसरी एजेंसी बना रही है। पहले वोटर कार्ड बनाइए, फिर आधार कार्ड स्वत: ही बन जाएगा।

18 साल उम्र हो गई है तो करा लें रजिस्ट्रेशन

अगर आपकी उम्र एक जनवरी 2014 को 18 साल हो गई हो तो आप वोटर बनने योग्य हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुभाग अधिकारी मस्तूदास के मुताबिक अभी भी देर नहीं हुई है, ऐसे युवा वोटर्स बनने के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। तहसील से फॉर्म-छह लें और रजिस्ट्रेशन करवा लें।

ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन भी

ष्द्गश.ह्वद्म.द्दश1.द्बठ्ठ की वेब साइट पर भी ऑन लाइन लॉग इन कर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। हालांकि इसके लिए पहले आपको एड्रैस प्रूफ, आईडी प्रूफ और एज प्रूफ स्कैन करके रेडी रखना होगा, ताकि इन्हें ऑनलाइन अटैच किया जा सके।

जारी रहेंगे वोटर कार्ड रजिस्ट्रेशन

वोटर बनने के लिए आप रजिस्ट्रेशन फॉर्म आंगनबाड़ी केंद्र से लेकर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान, तहसील या फिर जिला निर्वाचन कार्यालय से ले सकते हैं। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक नोमिनेशन की आखिरी तारीख तक वोटर्स आईडी बनेंगे। हालांकि इसके बाद भी रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया जारी रहेगी। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के कारण रजिस्ट्रेशन फॉर्म कुछ दिनों के लिए पेंडिंग रह सकते हैं।

वोटर लिस्ट में नाम जरूरी

इलेक्शन कमिशन ने क्लियर किया है कि अगर आपके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं भी हो तब भी आप अपना वोट कास्ट कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आपका नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो। आप अपने दूसरे कई आईडी प्रूफ के जरिए भी वोट दे सकते हैं।

दूनाइट्स ने दिए कई सुझाव

स्टेट चीफ इलेक्शन ऑफिसर कार्यालय के अनुभाग अधिकारी मस्तूदास व जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी पीएस रावत को आईनेक्स्ट के 'फोन इनÓ प्रोग्राम में तमाम कॉलर्स के सुझाव भी हासिल हुए। जिन्होंने सीधे संवाद करते हुए सुझाव दिए कि क्यों न एसएमएस के जरिए राजधानी या फिर स्टेट में एसएमएस के जरिए वोटर्स को अवेयर किया जाए। इस सुझाव पर अनुभाग अधिकारी मस्तूदास ने ऐसे वोटरों का आभार जताया। इंदिरा नंबर से डा। प्रीति डिमरी ने कहा कि एसएमएस के जरिए वोटर्स अवेयर होंगे और वोट अधिकार हासिल कर सकेंगे।

किसी के लालच में न आएं

इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की गाइड लाइन के मुताबिक वोटर्स किसी भी पॉलिटिकल पार्टी के लालच में न आएं। उन्होंने कहा कि इस बावत पहले भी सीईओ उत्तराखंड को साडिय़ां बांटने, गैस चूल्हा देने जैसे लालच की कंप्लेन आ चुकी है, लेकिन इस पर आयोग अब सख्ती बरती जाएगी। वोटर्स से अपील की जा रही है कि वे किसी के बहकावे में न आएं।

सावधान रहें, ऐसे लोगों से

बी, एलर्ट। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक कुछ लोकल स्थानीय जनप्रतिनिधि वोटर्स को लुभाने के लिए वोटर आईडी कार्ड बनवाने की बात कहे रहे हैं। इसमें पैसे लेने के भी मामले प्रकाश में आए हैं, जो गलत है। वोटर बनने के इच्छुक खुद फॉर्म लेकर वोटर्स बन सकते हैं। स्थानीय तहसील या जिला निर्वाचन कार्यालय में सब कुछ जानकारी मौजूद हैं। यह बहुत आसान प्रक्रिया है।