पहाड़ों में जिंदगी और मौत से जूझ रही महिलाओं के साथ किस तरह दरिंदगी से पेश आया जा रहा है इसे आई-नेक्स्ट ने उजागर किया। आई-नेक्स्ट में खबर प्रकाशित होते ही पूरी सरकारी मशिनरी के होश उड़ गए। तत्काल गवर्नमेंट द्वारा राज्य के डीजीपी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी हुए। डीजीपी ने इस संबंध में जिले के सभी एसएसपी, एसपी और सीओ को निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही देहरादून से गढ़वाल क्षेत्र में काफी संख्या में पुलिस फोर्स पहाड़ों में उतारी जा रही है।

हरकत में आई सरकार

अभी भी उत्तराखंड के पहाड़ों में देश भर से आए लाखों लोग जिंदगी की उम्मीद लिए पनाह लिए हुए हैं। ऐसे में बॉर्डर एरिया से घुस आए नेपाली मूल के बदमाशों ने वहां कहर बरपा रखा है। आपदा पीडि़तों से न केवल वे लूटपाट कर रहे हैं, बल्कि महिलाओं की आबरू पर हाथ डालने से भी वे परहेज नहीं कर रहे हैं।

आपदा से बचकर देहरादून पहुंची महिलाओं ने इस दर्द को आई-नेक्स्ट से शेयर किया था। महिलाओं के इस दर्द को आई-नेक्स्ट से प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए थे। पूर्व डीजीपी और राज्य पुलिस के सलाहकार ज्योति स्वरूप पांडेय ने भी कहा था कि जल्द ही वहां रेग्यूलर पुलिस को नहीं उतारा गया तो गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

हरकत में आई सरकार

खबर प्रकाशित होते ही पूरा सरकारी अमला हरकत में आ गया। सरकार ने राज्य के डीजीपी सत्यव्रत बंसल को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। डीजीपी ने आई-नेक्स्ट को बताया कि हां ऐसी सूचनाएं आई हैं। देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश के एसएसपी, एसपी और सीओ को आदेश जारी कर दिए गए हैं कि कोई भी आपदा पीडि़त किसी तरह की लूटपाट या मिसबिहेव की रिपोर्ट दर्ज करवाना चाहता है तो उसे तत्काल दर्ज किया जाए।

पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी। डीजीपी ने कहा कि इस वक्त गढ़वाल रेंज के डीआईजी अमित सिन्हा गोचर में कैंप कर हैं, जबकि डीआईजी संजय गुंज्याल को केदारघाटी के रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान सौंपी गई है। उन्हें भी इस मामले में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।

देहरादून से भेजी गई फोर्स

उधर, डीआईजी गढ़वाल रेंज अमित सिन्हा की पीआरओ मनीषा नेगी ने जानकारी दी है खबर का संज्ञान लेते हुए डीआईजी गढ़वाल रेंज के निर्देश पर जनपद देहरादून से 52 कांस्टेबल, 15 एसआई, 4 एचसी को केदारघाटी भेजा गया है। इसके अलावा हरिद्वार से 60 कांस्टेबल, पौड़ी से 30 कांस्टेबल भी भेजे गए हैं। वहीं सीओ रैंक के दो अधिकारी और एसएसपी रैंक के दो अधिकारियों को भी भेजा गया है।

पकड़े गए आठ नेपाली बदमाश

केदारघाटी में रेस्क्यू की कमान संभाल रहे डीआईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि नेपाली मूल के बदमाशों द्वारा लूटपाट और छेड़छाड़ की वारदात सामने आई है। इन्हें पकडऩे का अभियान चलाया जा रहा है। आठ बदमाशों को पकड़ा गया है। इनके पास से लाखों रुपए, जेवरात और मोबाइल बरामद किए गए हैं। अभी पुलिस की प्राथमिकता पहाड़ों में जिंदगी की जंग लड़ रहे लोगों की सुरक्षा है। जल्द ही सबकुछ सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है।

लूट लिया केदार मंदिर का खजाना

केदारमंदिर के अंदर दानपात्रों में रखे गए लाखों रुपए और गहने भी लूट लिए गए हैं। मंदिर समिति के अनुसार मंदिर के अंदर लाखों रुपए के गहने और जेवरात थे। इसके अलावा दानपात्रों में लाखों रुपए कैश थे। इन सभी को लूट लिया गया है। नेपाली मूल के बदमाशों ने आपदा के बाद यहां काफी नुकसान पहुंचाया। दानपात्रों के बड़े-बड़े ताले तोड़ दिए गए और रुपए निकाल लिए गए।

इसके अलावा लाखों रुपए के ऋंगार के सामान थे उनका भी कुछ अता पता नहीं है। केदारमंदिर परिसर में ही एसबीआई का अस्थाई बैंक भी था। बताया जा रहा है कि इसमें भी करीब तीन करोड़ रुपए थे। इन रुपयों का भी कुछ पता नहीं है।  

ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि वहां लूटपाट की जा रही है और महिलाओं के साथ मिसबिहेव किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिया है। पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि पीडि़त जहां भी कंप्लेन दर्ज करवाना चाहते हैं तत्काल कंप्लेन दर्ज की जाए। केदाघाटी में भी अतिरिक्त पुलिसबल को भेजा जा रहा है, ताकि लोगों की जानमाल की सुरक्षा की जा सके।

सत्यव्रत बंसल

डीजीपी, उत्तराखंड