चंडीगढ़ (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना के बेड़े में सोमवार को अमेरिका निर्मित भारी-भरकम वाहक 4 चिनूक हेलीकॉप्टर शामिल हुए हैं। खुद एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने औपचारिक रूप से चिनूक हेलीकॉप्टरों को वायुसेना स्टेशन 12 विंग में शामिल किया है। भारतीय वायुसेना ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह में 10 फरवरी को अपना पहला सीएच-47एफ (आई) चिनूक प्राप्त किया था। इंडक्शन समारोह के बाद धनोआ ने संवाददाताओं से बात करते हुए चिनूक हेलीकॉप्टर की खासियत भी बताई। चिनूक हेलीकॉप्टर के लिए यहां दो हैंगर व रसद सुविधाएं तैयार की गई हैं।

हेलीकॉप्टर की भार क्षमता करीब 10 टन

भारतीय वायुसेना में शामिल हुए इन 4 चिनूक हेलीकॉप्टरों की भार क्षमता काफी अच्छी है। हर चिनूक हेलीकॉप्टर की भार क्षमता करीब 10 टन है। इससे भारत की सामरिक मालवहन क्षमता में भारी वृद्धि होगी। अमेरिका निर्मित चिनूक हेलीकॉप्टर का उपयोग मुख्य रूप से युद्ध के मैदानों में जवानों को ले जाने, तोपों, गोलाबारूद, आपूर्ति व उपकरणों को पहुंचाने के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही इसका उपयोग घायलों को फौरन चिकित्सा मुहैया कराने के लिए भी किया जा सकेगा। इसके साथ ही बी एस धनोआ ने कहा कि यह विमान सभी मौसम में सक्षम और अत्याधुनिक है।

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