110 कुल वार्ड शहर में

5 प्रमुख बड़े नाले

500 लाख नाला सफाई व्यय (18-19)

5 बड़े प्रमुख नाले

3 हजार से अधिक छोटी नालियां एक-एक वार्ड में

40 फीसदी नाले-नालियों पर अवैध कब्जे

- शहर के अधिकतर वार्डो में स्थिति बद से बदतर

- निगम की ओर से कार्रवाई तो होती, नहीं दिखता असर

LUCKNOW

एक तरफ जहां नाले-नालियों की सफाई का काम बेहद धीमा है, वहीं दूसरी तरफ नाले-नालियों पर काबिज कब्जों को हटाने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। जिससे साफ है कि बारिश के मौसम में शहर को जलभराव का सामना करना पड़ेगा।

हर वार्ड में स्थिति खराब

शहर में कुल 110 वार्ड हैं। हर वार्ड में नाले-नालियों के ऊपर अवैध कब्जे हैं। कहीं नाले-नालियों के ऊपर मकान बन गए हैं तो कहीं दुकानें। जिससे नाले-नालियों की सफाई नहीं हो पाती है। परिणामस्वरूप जब बारिश होती है, तब अवैध कब्जे ही जलभराव का कारण बनते हैं।

अभियान का असर नहीं

निगम की ओर से अवैध कब्जों को हटाने के लिए समय-समय पर अभियान तो चलाया जाता है लेकिन इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिलता है। वार्डो की गलियों में तो अभियान चलता ही नहीं है। इसकी वजह से गलियों में काबिज कब्जे जलभराव को न्योता देते हैं। इतना ही नहीं, पार्षदों की ओर से भी इस दिशा में कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता है। जिससे समस्या विकराल हो जाती है।

अब क्या होगा

बारिश का मौसम आने में एक माह का समय शेष रह गया है। ऐसी स्थिति में अब निगम के सामने पहले तो एक-एक नाले की सफाई कराना चुनौती है, वहीं दूसरी तरफ नाले-नालियों पर काबिज अवैध कब्जों को हटाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। अभी तक तो निगम की ओर से नाले-नालियों पर काबिज अवैध कब्जों को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। जिससे साफ है कि बारिश के दौरान जलभराव होना तय है।

नाले-नालियों पर काबिज अवैध कब्जों को हटाने के लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं। जल्द ही इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट मांगी जाएगी।

संयुक्ता भाटिया, मेयर