VARANASI:

आज कल के युवा कोचिंग की तरफ भागते है लेकिन मैनें किसी भी प्रकार की कोई कोचिंग नहीं की स्वयं पढ़ाई की। सफलता पाने के लिए सबसे बड़ा मंत्र अपने लक्ष्य को निर्धारित करना, विचारों में स्पष्टता व आत्मविश्वास। अगर ये तीन चीजें किसी के पास हो तो कोई भी परीक्षा पास कर सकता है। ऐसा कहना है आईएएस एग्जाम में 7म्वां रैंक लाने वाली डॉ। आकांक्षा भाष्कर का। रविवार को आईएमए लहुराबीर में आयोजित सम्मान समारोह में आईएमए सदस्य डॉ। आकांक्षा को सम्मानित किया गया। आकांक्षा ने बताया कि डॉक्टर सिर्फ रोगियों की ही सेवा कर सकती हूं, जबकि आईएएस बनकर हर वर्ग के लोगों की सेवा कर सकती हूं। प्रोग्राम में आंकाक्षा के फादर डॉ। भानू शंकर पांडेय ने कहा कि बेटी ने जो भी डिसीजन लिया, उसे स्वीकार किया, हर कदम पर उसका साथ दिया। प्रोग्राम में आईएमए अध्यक्ष डॉ। एनपी सिंह, सचिव डॉ। अरविन्द सिंह, पीके तिवारी, डॉ। वीपी सिंह डॉ। जेपी सिंह आदि मौजूद रहे।