RANCHI : भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरीय अधिकारी राजबाला वर्मा झारखंड की मुख्य सचिव बनाई गई हैं। गुरुवार को उन्होंने निवर्तमान मुख्य सचिव राजीव गौबा से पदभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार के हर विभाग का एक मैंडेट होता है और उसी के हिसाब से हर विभाग काम करे, इसे सुनिश्चित करेंगे। इससे पहले वे पथ निर्माण विभाग में अपर मुख्य सचिव के पद पर थीं।

जिम्मेदार प्रशासक की पहचान

1983 बैच की अधिकारी राजबाला वर्मा की पहचान जिम्मेदार प्रशासक के तौर पर रही है। कड़क अधिकारी की छवि होने के कारण उन्हें आयरन लेडी ऑफ एडमिनिस्ट्रेएशन भी कहा जाता है। अलग राज्य के तौर पर झारखंड बनने के बाद वे गृह, वित्त, खाद्य आपूर्ति, विज्ञान एवं सहकारिता, पथ निर्माण और भवन निर्माण आदि विभागों में प्रधान सचिव और अपर मुख्य सचिव के तौर पर काम कर चुकी हैं। उधर, डॉ। प्रदीप कुमार को दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल रांची का नया आयुक्त बनाया वहीं इस पद रहे केके खंडेलवाल को वाणिज्यकर विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है।

निधि खरे बनी कार्मिक सचिव

वाणिज्यकर विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती निधि खरे को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार और राजभाषा विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया। निधि खरे इसके अतिरिक्त प्रधान सचिव परिवहन विभाग के पद भी रहेंगी।

अमित खरे को विकास आयुक्त का जिम्मा

योजना और वित्त विभाग के प्रधान सचिव अमित खरे को विकास आयुक्त का भी प्रभार दिया गया है। अपर मुख्य सचिव खान और भूतत्व विभाग उदय प्रताप सिंह को प्रधान स्थानिक आयुक्त झारखंड भवन का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए राजीब गौबा

झारखंड के मुख्य सचिव रहे राजीव गौबा गुरुवार को झारखंड के मुख्य सचिव का प्रभार राजबाला वर्मा को सौंपकर दिल्ली रवाना हो गए। जहां वह एक अप्रैल को शहरी विकास मंत्रालय में सचिव का प्रभार लेंगे।