- अधिकारियों का दावा साक्ष्यों की गहनता से की जा रही जांच

- जांच में सामने आया आईएएस हॉस्टल तक थी रूबी की पहुंच

DEHRADUN : लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में फर्जी महिला आईएएस मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों की माने तो एसआईटी जांच मे पता चला है कि रूबी का दायरा सिर्फ गार्ड देव सिंह के सरकारी आवास तक सीमित नहीं था। वह ट्रेनी आईएएस अधिकारियों के हॉस्टल तक भी जाती थी। जांच में यह भी सामने आया है कि वह कुछ दिन हॉस्टल में रही भी थी।

कैंपस में रूबी की थी ऊंची पहुंच

एलबीएस एकेडमी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रह रही रूबी चौधरी का अकादमी में वीआईपी गाड़ी से आना हो या फिर लाइब्रेरी तक उसकी पहुंच थी। भीतर के कर्मचारियों तक पैठ की हो या फिर अधिकारियों पर उसके माध्यम से लग रहे आरोप। हर खुलासा अपने आप में एक सवाल छोड़ रहा है। अब नया खुलासा भी कम चौंकाने वाला नहीं है। अब साफ हो रहा है कि अकादमी में रूबी चौधरी का जलवा किसी असल प्रशिक्षु आईएएस से कम नहीं था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस जांच में सामने आया है कि रूबी को वहां किसी असल प्रशिक्षु आईएएस से कम नहीं माना जा रहा था। हर तरफ वह इस बेबाक घूमती फिरती थी जैसे कि वह यहां औरों की तरह ट्रेनिंग ले रही हो। इस बात का इशारा अब पुलिस के आला अधिकारी भी करने लगे हैं।

रची जा रही थी साजिश

अब तक की जांच के आधार पर अधिकारी भी मान रहे हैं कि इस बात का भी अंदेशा है कि कहीं न कहीं रूबी चौधरी को पूरी तरह से आईएएस अधिकारी बनाने की साजिश उच्च स्तर से रची जा रही थी। डीआईजी गढ़वाल रेंज संजय कुमार गुंज्याल ने बताया कि अभी साक्ष्यों का परीक्षण कराया जा रहा है। इसके बाद ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। कौन-कौन फिलहाल जांच के दायरे में है यह बात सभी के सामने हैं। लेकिन, कौन जांच के दायरे में आ सकते हैं इस बात को अभी से नहीं कहा जा सकता।

क्या रूबी दोहराएगी अपना बयान

पुलिस ने रूबी के मजिस्ट्रेटी बयान कराने को लेकर अर्जी दी थी, जिसमें बुधवार को ये बयान कराए जाने हैं। इस बात को लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या रूबी मजिस्ट्रेट के सामने अपने पहले आरोपों को दोहराती है या फिर पुलिस के दावों के अनुसार।