RANCHI : झारखंड में इबोला के खतरे की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार सतर्क हो गई है। इस बाबत सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर इबोला से बचाव व इलाज को लेकर एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम भेजने का अनुरोध किया था। ऐसे में सोमवार की शाम दिल्ली से डॉ दीपक कुमार रिम्स पहुंचे। डॉ दीपक के साथ डॉ पल्लवी को भी रांची आना था, पर फ्लाइट छूट जाने की वजह से वे सोमवार को नहीं आ सकीं।

रिम्स में बना आइसोलेशन वार्ड

इबोला बीमारी के खतरे की आशंका को देखते हुए रिम्स में विशेष ऐहतियात बरती जा रही है। यहां छह बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें दो बेड इबोला के संभावित मरीजों के लिए है। आइसोलेशन वार्ड का जिम्मा डॉ एआर पॉल को दिया गया है। इस बाबत डॉ एआर पॉल इबोला बीमारी के बचाव और इलाज की ट्रेनिंग ले चुके हैं।

संभावित मरीजों से मिलने की इजाजत नहीं

कोडरमा के मो उस्मान (म्भ्) को इबोला बीमारी होने की शक के बेसिस पर पिछले गुरुवार को रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट किया गया था। हज यात्रा के दौरान से ही उन्हें लगातार बुखार आ रहा था। उनके ब्लड सैंपल को जांच के लिए भेजा गया था, पर रिपोर्ट नहीं आने के बावजूद भी रविवार को उन्हें रिम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया। खास बात है कि रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन को दिल्ली से एक्सप‌र्ट्स के सोमवार को आने की जानकारी दी, फिर भी बिना रिपोर्ट आए ही मरीज को यहां से डिस्चार्ज कर दिया गया। बिना मरीज की ब्लड सैंपल की रिपोर्ट देखे ही डिस्चार्ज कर देने को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।

ब्रदर्स एकेडमी में एंट्रेस टेस्ट

ब्रदर्स एकेडमी में दो साल के कोर्स के लिए एंट्रेंस टेस्ट सोमवार को लिया गया। इस टेस्ट में क्0वीं क्लास के म्ख्फ् स्टूडेंट्स शामिल हुए। इस एंट्रेस टेस्ट में जो सफल होंगे, उन्हें ख्0क्7 के आईआईटी-जेईई के लिए तैयारी कराई जाएगी। बैच अगले साल सात अप्रैल से शुरू होगा। ब्रदर्स एकाडमी के निदेशक प्रेम प्रसून ने बताया कि दो साल के कोर्स के लिए ब् जनवरी ख्0क्भ् को भी एंट्रेंस टेस्ट होगा। इसके लिए क्7 नवंबर से अप्लीकेशन फॉर्म अवेलेबल होंगे। उन्होंने बताया कि आईआईटी-जेईई काउंसिल की ओर से आईआईटी-जेईई ख्0क्भ् के मेन्स एग्जाम के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 7 नवम्बर से 8 दिसंबर तक होगा। आईआईटी-जेईई का ऑफलाइन एग्जाम ब् अप्रैल ख्0क्भ् को और ऑनलाइन एग्जाम क्0 व क्क् अप्रैल को लिया जाएगा।