कानपुर। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 को शुरु होने में बस 3 दिन बचे हैं। इस बार खिताब के दावेदारों की रेस में टीम इंडिया का भी नाम है। भारत इससे पहले दो वर्ल्डकप जीत चुका है। 1983 में भारत ने कपिल देव की कप्तानी में तो 2011 में एमएस धोनी की अगुआई में टीम इंडिया चैंपियन बनी है। तो आइए जानें भारत का वर्ल्ड कप इतिहास में कैसा रहा सफर...

भारत का वर्ल्ड कप सफर -


1975 - यह पहला वर्ल्ड कप था जिसका आयोजन इंग्लैंड में किया गया था। इसमें भारत का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। टीम को ग्रुप स्टेज से ही बाहर होना पड़ा। वहीं इंग्लिश टीम ने अपने घरेलू मैदान का फायदा उठाते हुए ग्रुप के तीनों मैच अपने नाम किए। इसी के साथ इंग्लैंड की टीम नाॅकआउट राउंड में पहुंच गई। जहां इंग्लैंड का सामना सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हुआ और कंगारुओं ने अंग्रेजों को चार विकेट से करारी शिकस्त देकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। पहले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया फाइनल तक पहुंच गई थी। हालांकि खिताबी मुकाबले में कंगारुओं को वेस्टइंडीज के हाथों 17 रन से हार मिली।

1979 - साल 1979 में खेला गया दूसरा वर्ल्ड कप फिर से इंग्लैंड में आयोजित किया गया। भारतीय टीम का प्रदर्शन इस बार तो पिछले वर्ल्ड कप से भी बेकार रहा। टीम को ग्रुप स्टेज में एक भी मैच में जीत नहीं मिली और टीम पहले ही राउंड में बाहर हो गई। इस बार इंग्लिश टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल का टिकट कटवाया। मगर खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड को वेस्टइंडीज के हाथों 92 रन से हार मिली।

1983 - यह वो वर्ल्ड कप था जिसमें भारत ने वेस्टइंडीज को फाइनल में हराकर पहली बार टूर्नामेंट जीता। इस सीजन भी इंग्लैंड ने ग्रुप स्टेज में बेहतरीन प्रदर्शन कर सेमीफाइनल का टिकट कटाया। जहां भारत ने अंग्रेजों को छह विकेट से हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इसी के साथ कपिल देव भारत को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान बन गए।


1987 - इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने गजब का प्रदर्शन किया था। भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में 6 में से 5 मैच जीतकर सेमीफाइनल तक पहुंची। मगर खिताब से एक कदम पहले ही सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने भारत को हरा दिया। ये टूर्नामेंट भारत और पाकिस्तान ने मिलकर होस्ट किया था। जिसमें कंगारुओं ने फाइनल में इंग्लैंड को 7 रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया। साल 1987 में एलन बाॅर्डर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता।

1992 - ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने मिलकर 1992 वर्ल्ड कप का आयोजन किया। जिसमें दोनों ही देश फाइनल में जगह नहीं बना पाए। खिताबी मुकाबला पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड के बीच खेला गया। फाइनल में पाक ने 22 रन से जीत दर्ज कर अपना पहला वर्ल्ड कप जीता और इंग्लैंड को फिर निराशा हाथ लगी। वहीं भारत पहले ही राउंड में बाहर हो गया था।

1996 - विश्व कप के इतिहास में यह सबसे विवादित वर्ल्ड कप माना जाता है। 1996 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने मिलकर किया था। इस सीजन टीम इंडिया ने फिर से वापसी करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां भारत को श्रीलंका के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी। फाइनल मुकाबला श्रीलंका बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया जिसमें श्रीलंका ने जीत दर्ज की।

1999 - इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने ग्रुप स्टेज तो पार कर लिया, मगर सुपर सिक्स में आते ही भारतीय टीम का प्रदर्शन गिर गया। इसी के साथ इंडिया टूर्नामेंट से बाहर हो गई। यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का गोल्डन पीरियड था। 1999 में इंग्लैंड में आयोजित वर्ल्ड कप में कंगारुओं ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को आठ विकेट से करारी शिकस्त दी और स्टीव वाॅ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने अपना दूसरा वर्ल्ड कप जीता।

2003 - यह इकलौता वर्ल्ड कप है जिसमें टीम इंडिया फाइनल में पहुंची और उसको हार मिली। रिकी पोंटिंग की अगुआई में कंगारुओं ने फाइनल में भारत को 125 रन से हराकर लगातार दूसरा वर्ल्ड कप जीता। इस सीजन इंग्लैंड फिर से ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई।

2007 - भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 2007 वर्ल्ड कप किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। ग्रुप स्टेज में भारत को बरमूडा, श्रीलंका और बांग्लादेश से भिड़ना था। अब इसे बदकिस्मती ही कहेंगे कि बरमूडा को छोड़कर बाकी दो टीमों के खिलाफ टीम इंडिया को करारी हार मिली। इसमें श्रीलंका से शिकस्त का उतना दुख नहीं हुअा जितना बांग्लादेश के हाथों हार से हुआ। बांग्लादेश ने भारत को पांच विकेट से शिकस्त देकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था। वेस्टइंडीज में खेले गए 2007 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में श्रीलंका को 53 रन से हराकर लगातार तीसरा वर्ल्ड कप जीता।


2011 -
भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश ने मिलकर 2011 वर्ल्ड कप का आयोजन किया। जिसमें भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर खिताब जीता। एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप पर कब्जा किया।

2015 - 2015 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया टीम ने फिर से जीत के झंडे गाड़े और फाइनल में न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराकर अपना 5वां वर्ल्ड कप टाइटल जीता। ये वर्ल्ड कप इंग्लैंड के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था क्योंकि बांग्लादेश ने इंग्लैंड को हराकर उसे वर्ल्डकप से बाहर का रास्ता दिखाया था। वहीं टीम इंडिया को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

2015 वर्ल्ड कप के बाद भारत का प्रदर्शन
2015 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन साल दर साल बेहतर होता गया है। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, टीम इंडिया ने पिछले वर्ल्ड के बाद से कुल 86 वनडे मैच खेले हैं जिसमें 56 जीत आई वहीं 27 मैचों में उन्हें हार मिली। इसमें 1 बेनतीजा और 2 टाई रहे।

इस बार वर्ल्ड कप खेलेंगे ये 15 खिलाड़ी
2019 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में विराट कोहली को कप्तान बनाया गया है। इसके अलावा स्काॅड में रोहित शर्मा (उप कप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, विजय शंकर, एमएस धोनी, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी को शामिल किया गया है।

2019 वर्ल्ड कप में भारत के मैच

मैचतारीख
भारत बनाम साउथ अफ्रीका5 जून
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया9 जून
भारत बनाम न्यूजीलैंड13 जून
भारत बनाम पाकिस्तान16 जून
भारत बनाम अफगानिस्तान22 जून
भारत बनाम वेस्टइंडीज27 जून
भारत बनाम इंग्लैंड30 जून
भारत बनाम बांग्लादेश2 जुलाई
भारत बनाम श्रीलंका6 जुलाई

 

 

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