एक्सक्लुसिव न्यूज
- पुष्टाहार वितरण में आंगनबाडी केंद्र और अधिकारियों का खुला खेल, शासन ने मांगा जवाब
- आधार कार्ड से लिंक हुए लाभार्थी तो आईसीडीएस ने दी कम सप्लाई, कम पैकेट्स ने खोली पोल
<एक्सक्लुसिव न्यूज
- पुष्टाहार वितरण में आंगनबाडी केंद्र और अधिकारियों का खुला खेल, शासन ने मांगा जवाब
- आधार कार्ड से लिंक हुए लाभार्थी तो आईसीडीएस ने दी कम सप्लाई, कम पैकेट्स ने खोली पोल
BAREILLY:
BAREILLY:
जिला कार्यक्रम विभाग वैसे तो इसकी जिम्मेदारी बच्चों की भूख को मिटाकर उन्हें स्वस्थ बनाने की है। लेकिन विभाग में बड़े स्तर पर बच्चों के 'निवाले' को डकारा जा रहा है। आधार कार्ड से लिंक होने के बाद करीब भ्0 परसेंट बच्चों के निवाले के नाम पर जारी किए जाने वाले पुष्टाहार के गोलमाल पता चला है। मामला प्रकाश में आने के बाद शासन ने मुख्य विकास अधिकारी को जांच कर मामले पर रिपोर्ट तलब की है। फिलहाल जांच शुरू होने से पर्दे के पीछे छिपे अधिकारियों में खलबली मच गई है।
यूं खुला आधार से खेल
सरकार बनने के साथ ही सीएम योगी ने सभी योजनाओं के लाभार्थियों को आधार से लिंक कराने के निर्देश दिए। करीब तीन माह पहले बरेली से भी आधार लिंक कर डाटा तलब किया गया। ताकि उसके आधार पर बच्चों और उनकी माताओं को मिलने वाले पुष्टाहार जारी हो सके। बरेली से लिंक होने के बाद 70 परसेंट महिलाएं और ख्0 परसेंट बच्चे रिकॉर्ड से आउट हो गए। ऐसे में जारी होने वाले पुष्टाहार की खेप भी आधी रह गई है। बता दें कि जून से सितंबर तक तीन माह बच्चों को पुष्टाहार जारी नहीं किया गया था। वैरीफिकेशन के बाद सितंबर में जारी किया गया है।
ख्ब् हजार बैग की सप्लाई
मामले पर डीपीओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस बार ख्ब् हजार बैग ही शासन ने मुहैया कराए हैं। ख्0 किग्रा के प्रत्येक बैग से करीब 80 हजार बच्चों को पुष्टाहार दिया जा रहा था। बैग कम होने से सिर्फ आधार कार्ड जमा कराने वाले बच्चों और परिवारों को ही पुष्टाहार वितरित किया जाएगा। कहा कि अभी तक ग्रामीण एरिया में कई महिलाओं और बच्चों का आधार कार्ड नहीं बनवाया है। जिनके बन चुके थे उनका डाटा भेजा गया और जिनका प्रॉसेज में वह लगातार अपडेट किया जा रहा है। जिससे रिकॉर्ड काफी कम जमा किया गया।
एक नजर में
पुष्टाहार संबंधी जानकारी
- आईसीडीएस योजना के तहत बंटता है पुष्टाहार
- 7 माह से ख् वर्ष, ख् से फ् वर्ष, फ् से भ् वर्ष है फ् चरण
- भ्, क्भ् और ख्भ् तारीख को प्रथम द्वितीय वर्ग को वितरण
- फ् चरण के बच्चों को प्रतिदिन भ्0 ग्राम देते हैं पुष्टाहार
- ख्8भ्7 आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रति केंद्र क्ख् बैग सप्लाई
- फ् करोड़ ब्ख् लाख रुपए का पुष्टाहार की होती है खपत
- क् हजार रुपए के प्रत्येक बैग में ख्0 किग्रा पुष्टाहार
- ख्भ् हजार बैग की है डिमांड इस बार ख्ब् हजार बैग मिले
बरेली में कुपोषण
- ख्0क्ब् में महज ख्8 हजार बच्चे थे कुपोषित
- ख्0क्भ् में वजन दिवस से खुला डाटा का खेल
- क्.ख्0 लाख बच्चों में कुपोषण की हुई पुष्टि
- फ्म् हजार अति व 80 हजार हैं अल्प कुपोषित
- ख्0क्7 में क्.क्0 लाख बच्चे मिले हैं कुपोषित
- ख्0क्भ् में बरेली में सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे
- ख्0क्7 में बरेली कुपोषण में है दूसरे पायदान पर
कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। ज्यादातर मां व बच्चों का आधार कार्ड नहंीं बना है। ऐसे में डाटा काफी कम है। शासन को रिपोर्ट से जल्द अवगत करा दिया जाएगा।
बुद्धि मिश्रा, डीपीओ