- विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की बैठक संपन्न

-औली में बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर एसोसिएशन के पदाधिकारी मिलेंगे सरकार से

DEHRADUN: सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले दिनों में सूबे में आइस रेस (आइस स्कीईगग) का आयोजन हो सकता है। बाकायदा इस बावत फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीईग (फिशा) ने सहमति दे दी है। खुद फिश ने औली में सर्वे भी कर लिया है। लेकिन विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने औली में बने स्कीईग स्लोप को नए सिरे से तैयार करने के लिए सरकार से आग्रह किया है। एसोसिएशन का कहना है कि सेफ विंटर गेम्स के दौरान करोड़ों की लागत से तैयार स्लोप बदहाल स्थिति में है। सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है।

फिश कर चुका है सर्वे

राज्य में आयोजित सैफ विंटर गेम्स के दौरान दून सहित चमोली के औली में करोड़ों की लागत से आइस स्केटिंग व आइस स्कीईग के स्लोप तैयार किए गए थे। सैफ विंटर गेम्स के बाद चमोली के औली में करोड़ों की लागत से तैयार किए गए स्लोप के अलावा आर्टिफिशियल बर्फ बनाने वाली मशीनें बदहाल स्थिति में है। विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों की सोमवार को बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष एसपी चमोली व संरक्षक एसएस पांगती सहित कई पदाधिकारी व एक्सप‌र्ट्स मौजूद रहे। विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों ने सरकार से मांग की कि फिश ने औली में आइस रेस के आयोजन करने का निर्णय लिया है। फिश ने समय सीमा भी तय करने के लिए आमंत्रण दिया है। विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के संरक्षक एसएस पांगती का कहना है कि आइस रेस से न केवल राज्य के खिलाडि़यों को मौका मिल पाएगा, बल्कि राज्य के खिलाड़ी आेलंपिक के लिए भी क्वालिफाई करने में तैयार हो सकेंगे।

फिश ने दिया है प्रस्ताव

विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही एसोसिएशन के पदाधिकारी सरकार के सामने फिश के प्रस्ताव को रखेंगे। लेकिन उससे पहले औली में बदहाल स्थिति में पड़े आइस स्लोप व बर्फ बनाने वाली आर्टिफिशियल मशीन को ठीक करने की मांग करेगी। एसोसिएशन के संरक्षक का कहना है कि विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पास कई एक्सप‌र्ट्स हैं, जिनकी मदद से राज्य सरकार औली स्थित आइस स्लोप व बर्फ बनाने की आर्टिफिशियल मशीन को सुचारू करवा सकती है।