नहीं आ रहे हैं दर्शक
सर्कस में जितने दर्शक जुटने चाहिए थे, उतने नहीं आ रहे हैं.एक समय था जब सर्कस का दल किसी शहर पहुंचता था, तो वहां पर धूम मच जाती थी। तब जितने दिन सिटी में सर्कस रहता था, उतने दिन सिटी में त्योहार जैस माहौल होता था। लोग अपनी फैमिली और बच्चों के साथ सर्कस देखने के लिए जुटते थे। खासकर बच्चे तो सर्कस के जोकर और सर्कस में करतब दिखा रहे जानवरों के दीवाने थे। लेकिन अब यह गुजरे जमाने की बात हो गई है। सारी दुनिया जब टीवी, फिल्म और इंटरनेट पर सिमट आई है, तब कभी दुनिया को अजूबा दिखानेवाले सर्कस खुद अजायबघर की वस्तु बनते जा रहे हैं।

कहीं खत्म न हो जाए  कला
शताब्दियों पहले से सर्कस मनोरंजन के अहम साधन रहे हैं। अगर बात अपने देश की की जाए तो सर्कस की परंपरा हिन्दी फिल्मों से भी पुरानी है। महाराष्ट्र के सांगली के कुरुवाड़ी शाही दरबार के कर्ताधर्ता विष्णुपंत छत्रे ने 1880 को पहला स्वदेशी सर्कस खोला था। 1990 के दशक में देश में लगभग 300 सर्कस ग्रुप थे.  लेकिन अब इनकी संख्या घटकर महज 30 रह गई है। जब से देश में डिजिटल क्रांति हुई है। सेटलाइट चैनल्स बढ़े हैं, फिल्मेंं एंटरटेनमेंट का मुख्य साधन बनी है। इससे दर्शकों का सर्कस से मोहभंग होना शुरू हो गया है। इसके बाद जो रही सही कसर थी, वह सर्कस में जानवरों की विदाई और 14 साल से कम उम्र के बच्चों को सर्कस में काम करने की रोक ने पूरी कर दी। यही कारण है कि आज न तो नए कलाकार सर्कस को मिल पा रहे हैं और न ही सर्कस कंपनियां आज बढ़ते आर्थिक बोझ को उठा पा रही हैं। सर्कस कंपनियों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया है,।

सर्कस एकेडमी खोली जाए
सर्कस को बचाने के लिए गवर्नमेंट को सर्कस एकेडमी खोलनी चाहिए। जिससे न सिर्फ इस इंडस्ट्री को नए कलाकार मिलेंगे, बल्कि यह अनोखी कला बचेगी भी। रूस, चीन और अमेरिका ने सर्कस को पुनर्जीवित करने के लिए अपने देश के अलग-अलग शहरों में सर्कस एकेडमी का गठन किया है। इसके साथ ही ऐसी कोशिश करने की भी जरूरत है, जिससे सर्कस के कलाकारों को फिल्मों और टीवी में काम मिल सके।

कभी शाहरुख भी रहे हैं सर्कस का पार्ट
भले ही आज सर्कस का क्रेज कम हो रहा है। लेकिन बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान ने 90 के दशक में टीवी सीरियल सर्कस में काम किया था। उस समय सर्कस की जो कहानी छोटे पर्दे पर दिखाई गई थी, वह आज के सर्कस के लिए हकीकत बन रही है। ढाई साल तक शाहरुख खान ने सर्कस सीरियल की शूटिंग के लिए सर्कस में काम किया था।