निर्णय

-डीएम ने गठित की अफसरों की निगरानी समिति

-शहर में फोकस करेगी टीम, हर स्त्रोत पर रखेगी नजर

FATEHPUR:

भूगर्भ से पानी का अधाधुंध दोहन और बर्बादी करना अब हर किसी को महंगा पड़ेगा। अगर आप पानी की बर्बादी करते पाए गए तो आप पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। अगर फिर भी आप नहीं सुधरे और बार-बार आप पानी की बर्बादी करते हुए पाए गए तो आप पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। जिले भर में पानी संकट को देखते हुए डीएम राजीव रौतेला ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने और बर्बादी को रोकने के लिए एक निगरानी टीम गठित कर दी है। निगरानी टीम में जिला स्तरीय अफसरों को रखते हुए डीएम ने हर दिन निगरानी की रिपोर्ट मांगी है।

गाड़ी धुलाई केंद्रों पर नजर

शहर व कस्बों में पानी की बर्बादी का मुख्य सेंटर गाडि़यों की धुलाई वाली दुकानें हैं। यहां न तो नगर पालिका से कनेक्शन होता और न ही इनके लिए पानी उपयोग के लिए कोई टैक्स देते है। फिर भी हजारों लीटर पानी गाडी धुलाई के नाम बर्बाद करते है। इससे न सिर्फ पालिका को राजस्व का नुकसान होता है। बल्कि धरती की कोख भी दिनों दिन सूखती जा रही है। अनेक घरों में व्यवसायिक स्थलों पर समरसेबुल लगा कर पानी का उपयोग किया जाता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी निकाल कर बर्बादी भी खूब होती है। डीएम ने कहा कि शहर क्षेत्र सहित कस्बाई इलाकों में टीम नजर रखेगी। जो भी पानी बर्बाद करते पाया जाएगा उसके पांच हजार का जुर्माना वसूला जाएगा। उन्होंने हर आदमी से पानी बचाने की अपील की है।

लाखों लीटर पानी होता बर्बाद

नगर पालिका भले ही पानी की सप्लाई के लिए 45 नलकूपों से प्रतिदिन कई लाख लीटर पानी नगर वासियों को उपलब्ध कराती है, लेकिन इस पानी में लाखों लीटर पानी बर्बाद भी होता है। जगह जगह टूटी पाइप लाइन से लाखो लीटर पानी बर्बाद हो जाता है।