-थाने में असुरक्षित तरीके से बैट्री के पास रख दिया जब्त पटाखा

- पटाखों के गोदाम पर चौथे दिन छापेमारी

GORAKHPUR: शहरवासियों को बारूद की तबाही से बचाने का दावा करनेवाली गोरखपुर पुलिस खुद तबाही का उपाय कर रही है। पॉश इलाकों में बने गोदाम में रखे गए अवैध पटाखों को पुलिस जब्त कर रही है। ताकि कोई हादसा न हो। लेकिन बरामद पटाखों को पुलिस ने ऐसी जगह रख दिया, जहां एक चिंगारी से पूरी कोतवाली राख बन जाती। कोतवाली में आग भड़कने पर आसपास का इलाका लपटों की जद में आ जाता। शुक्र मनाइए ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ। देर शाम तक पुलिस ने पटाखों के डिस्पोजल की प्रक्रिया शुरू की।

ओसामा की दुकान पर पड़ा छापा

कोतवाली थाना से करीब तीन सौ मीटर दूर नखास चौक पर रियाज उर्फ सद्दन की ओसामा के नाम से दुकान चलती है। सोमवार दोपहर सीओ कोतवाली अशोक पांडेय की अगुवाई में पुलिस ने कार्रवाई की। बाहर से बैट-बाल वाली दुकान के पीछे कमरों में भारी मात्रा में पटाखे रखे गए थे। पुलिस ने पटाखों को जब्त कर लिया। कारोबारी फरार हो गया। पटाखों को वाहन में लादकर पुलिस थाने ले गई और असुरक्षित तरीके से रख दिया। वहां पहले से पटाखों का ढेर लगा था।

इन्वर्टर की शार्ट सर्किट बनती सबब

पटाखों को रखने में पुलिस ने सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा। कोतवाली थाना को रोशन करने के लिए इंवर्टर और बैट्री के चारों ओर पटाखों का ढेर जमा कर दिया। इंवर्टर को भूलकर पुलिस कर्मचारी लिखा पढ़ी में बिजी हो गए। किसी ने इस बात का ख्याल नहीं रखा कि जिस मुसीबत को आबादी से हटाया गया है। उसी मुसीबत को थाने में न्यौता दे रहे हैं।

लगातार कार्रवाई से मचा हड़कंप

शहर का आधा इलाका बारूद के ढेर पर है। 20 से अधिक कारोबारियों ने पॉश कालोनियों में पटाखों का अवैध गोदाम बना रखा है। इसकी शिकायत डीजीपी हेडक्वार्टर तक पहुंची थी। एक अवैध कारोबारी से विवाद होने पर एक नेता ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। लखनऊ तक मामला पहुंचने पर पुलिस हरकत में आ गई। क्राइम ब्रांच की टीम ने सुल्तान के गोदाम पर छापेमारी कर माल बरामद किया। सुल्तान पर कार्रवाई के बाद पुलिस बैकफुट पर आने के मूड में थी, लेकिन हल्ला होने से काम बिगड़ गया। लगातार चार दिनों से हो रही छापेमारी में कारोबारियों को 50 लाख से अधिक की चपत लगी है। आधा दर्जन से अधिक गोदामों में अवैध पटाखे जमा हैं, जहां अभी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है।

डिस्पोजल के पहले आधे हुए पटाखे

अवैध गोदामों में मिले पटाखे डिस्पोजल के पहले आधे हो जा रहे हैं। पटाखों की बरामदगी के बाद लिखा पढ़ी में लापरवाही का पूरा लाभ कारोबारियों को मिल रहा है। बरामद माल के बारे में सही जानकारी कहीं नहीं दर्ज की जा रही है। गत्तों और बोरों के खुले होने से पटाखों के गायब होने की आशंका है। इसलिए डिस्पोजल के पहले तमाम पटाखों के गायब होने की खूब चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि बहती गंगा में हाथ धोने की होड़ मची है। पटाखों की सही गिनती न होने से बरामद माल का सही अनुमान लगा पान संभव नहीं है।

क्या है डिस्पोजल की प्रक्रिया

पुलिस का कहना है कि सुरक्षा के मानक को ध्यान में रखते हुए पटाखों का डिस्पोजल कराया जाता है। प्रशासन, पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों की मौजूदगी में गड्डा खोदकर पटाखों को भिगोया जाता है। इससे उनकी ज्वलनशीलता खत्म हो जाती है। सोमवार को डिस्पोजल के पहले पुलिस ने अभियोजन अधिकारी बीडी मिश्रा से सलाह ली। पुलिस का कहना है कि जमानती धारा होने से कारोबारियों को आसानी से जमानत मिल रही है। इनके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

सिर्फ राजघाट में नपे में सिपाही

रविवार को राजघाट के रायगंज में प़ुलिस ने कार्रवाई की। पांडेयहाता रोड पर अवैध गोदाम से करीब दो ट्रक माल बरामद हुआ। इस प्रकरण में देर रात एसएसपी ने पांडेयहाता चौकी के तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया। इसके पहले कोतवाली एरिया में सुल्तान उर्फ इम्तियाज के दो गोदामों पर कार्रवाई हुई थी। सोमवार को भी ओसामा के गोदाम पर भारी माल बरामद हुआ।

पुलिस ने की इतनी कार्रवाई

24 अक्टूबर 2016: नखास चौक पर ओसामा के गोदाम में छापेमारी, एक पिकअप से अधिक पटाखे बरामद

23 अक्टूबर 2016: पांडेयहाता रोड पर समीउल्लाह के अवैध गोदामों में छापेमारी, दो ट्रक से अधिक पटाखे बरामद

22 अक्टूबर 2016: रेती का पुल के पास सुल्तान उर्फ इम्तियाज के अवैध पटाखे के गोदाम पर छापे।

21 अक्टूबर 2016 : नखास चौक के पास सुल्तान उर्फ इम्तियाज के गोदाम पर पुलिस का छापा, अवैध पटाखे बरामद

वर्जन

घनी आबादी में पटाखा जमा करना गंभीर मामला है। इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए विधिक राय मांगी गई है। कारोबारियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी। अवैध कारोबार में पुलिस कर्मचारियों के शामिल होने का सबूत सामने आने पर कार्रवाई होगी।

मोहित अग्रवाल, आईजी