एक्सक्लूसिव

-शहर के चौपट हो चुके सीवर सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए अभी तक सिर्फ 40 परसेंट काम ही हो पाया पूरा

- बचे काम के लिए चाहिए भारी-भरकम बजट, गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए बनेगा सीवेज कलेक्शन सिस्टम

- आउटर इलाकों में बनाए जाएंगे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, पाइपलाइनों के जरिए एसटीपी तक पहुंचेगा वेस्टेज

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KANPUR : शहर में दशकों पुराने सीवर सिस्टम पर अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। इसी का नतीजा है कि पुराने शहर में आज भी ओपन सीवर सिस्टम है। नालियों में बहता वेस्टेज और उसकी बदबू को आप महसूस भी कर सकते हैं। इसके बाद इसी गंदगी को बिना किसी ट्रीटमेंट के सीधे गंगा में बहा दिया जाता है। कई दशकों से सीधे गंगा में गिर रहा सीवर का पानी गंगा को पूरी तरह मैला कर चुका है। सीवर सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए शहर में लगभग ब्0 परसेंट कार्य हो चुका है, लेकिन अभी भी म्0 परसेंट कार्य करने के लिए हजारों करोड़ का बजट चाहिए।

अब नहीं गिरेगा गंगा में सीवर

शहर में सीवर कलेक्शन सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए जेएनएनयूआरएम के तहत कई कार्य किए गए, जिसमें लगभग ब्0 फीसदी इलाकों में गहरी सीवर लाइन डाली गई। अब शहर के आउटर एरियाज में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जाने का काम चल रहा है। इनमें कई पूरे होने की कगार पर हैं तो कई का काम पूरा हो चुका है। सीसामऊ नाले को टैप करने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है। इस नाले के टैप होने के बाद शहर का सारा वेस्टेज पाइप लाइनों के जरिए एसटीपी में जाएगा।

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ऐसे जोड़ा जाएगा सिस्टम

नए सीवर कलेक्शन सिस्टम के तहत शहर के इनर एरिया को सीवर लाइन से कनेक्ट किया जाएगा। पुराने शहर में नालियां चोक रहती हैं और मेनहोल तक सीवेज पहुंच ही नहीं पाता है। वहीं कल्याणपुर में गहरी सीवर लाइन डालने के लिए कार्य होना है। ख्भ्00 करोड़ के बजट से नए सीवर सिस्टम को कनेक्ट कर पनकी के कपली में 80 एमएलडी का एसटीपी प्रस्तावित है। इसके अलावा गंगा किनारे के लगभग फ्ब् वार्डो को नए सिरे से सीवर लाइनों को डालने के बाद इनको एसटीपी से कनेक्ट किया जाएगा, जिसके लिए भारी भरकम बजट की जरूरत है।

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इतना हो चुका है कार्य

-ब्0 परसेंट सीवर लाइन जेएनएनयूआरएम के तहत शहर में बिछा दी गई है।

-ब्ख् एमएलडी का एसटीपी प्लांट सजारी में बनाना प्रस्तावित है।

-क्भ् एमएलडी का एसटीपी प्लांट ख्यौरा कटरी में बनकर तैयार हो रहा है।

-ख्क्0 एमएलडी का एसटीपी प्लांट बिनगवां में बनकर चालू भी कर दिया गया है।

-क्फ्0 एमएलडी का एसटीपी प्लांट जाजमऊ में संचालित हो रहा है।

-मुंशीपुरवा और राखी मंडी में इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन का निर्माण पूरा।

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इतना कार्य होना है

- 80 एमएलडी का एसटीपी प्लांट कपली, पनकी में बनाया जाना है।

- फ्ब् वार्ड जो गंगा किनारे मौजूद हैं, उनमें नई सीवर लाइन का निर्माण।

- कल्याणपुर में नई सीवर लाइनों का जाल बिछाना प्रस्तावित।

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ये नाले गंगा को मैला कर रहे

- सीसामऊ नाला

- गंदा नाला

- सीओडी

- सरसैयाघाट नाला

- विकासनगर

- रफाका नाला

- टैफ्को नाला

- हलुआ खाला नाला

- परमिया पुरवा नाला

- नवाबगंज नाला

- म्योर मिल नाला

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गंगा में एक बूंद भी सीवर का पानी न गिरे इसके लिए अभी करीब ख्भ्00 करोड़ के बजट की आवश्यकता है। शहर में म्0 परसेंट एरिया में नए सिरे से सीवर कलेक्शन सिस्टम का निर्माण किया जाना है। इसके बाद ही गंगा में प्रदूषण को रोका जा सकेगा।

-घनश्याम द्विवेदी, परियोजना प्रबंधक

गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, जल निगम।