शहर के 12 चौराहों पर इंटीग्रेटेड प्लान जल्द

केंद्र सरकार की टीम ने किया मेरठ का निरीक्षण, प्लान को दी हरी झंडी

एसपी ट्रैफिक के निर्देशन में होगा इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट सिस्टम मैनेजमेंट

Meerut। लिवाबिलिटी स्टैंडर्ड इंडेक्स में बेहतर रैकिंग के बाद शहर में यातायात प्रबंधन के लिए पाइप लाइन में फंसी इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शहर में प्रभावी तौर पर लागू किया जाएगा। दावों के मुताबिक शहर के 12 बड़े चौराहों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। सभी चौराहों पर ट्रैफिक संचालन ऑटोमैटिक होगा।

क्या है आईटीएमएस?

आईटीएमएस जेब्रा क्रॉसिंग को पास करने पर ऑटोमैटिक ई-चालान हो जाएगा तो वहीं सीट बेल्ट न लगाने, ड्रिंक एंड ड्राइव, ओवरस्पीड पर ऑटोमैटिक वाहन चालक और वाहन की नंबर प्लेट का फोटो क्लिक होकर ई-चालन घर पहुंच जाएगा।

केंद्र की टीम ने किया सर्वे

केंद्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की एक टीम 116 भारतीय शहरों का लिवबिलिटी स्टैंडर्ड इंडेक्स का सर्वे कर रही है। यूपी के 14 शहरों में यह सर्वे किया जा रहा है जिसमें मेरठ शामिल है। गत दिनों नोडल विभाग नगर निगम के साथ केंद्र की टीम ने मेरठ के यातायात प्रबंधन का बारीकी से सर्वे किया। टीम ने ट्रैफिक कंट्रोल के लिए ट्रैफिक कर्मियों से बातचीत की और पुलिस लाइन स्थित कंट्रोल रूम का सर्वे भी किया। एसपी ट्रैफिक संजीव बाजपेयी ने बताया कि टीम ने मेरठ के ट्रैफिक मैनेजमेंट की तारीफ की तो वहीं टीम को ट्रैफिक सेंस पर शहरवासी अवेयर मिले।

ई-चालन पहुंचेगा घर

एसपी ट्रैफिक ने बताया कि आईटीएमएस लागू होने के बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ई-चालन घर पहुंच जाएगा। ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे चौराहों और सड़कों पर लगाए जाएंगे। जेब्रा कॉसिंग जंप करने, ओवर स्पीड में चलाने, ड्रिंक एंड ड्राइव पर नंबर प्लेट के साथ वाहन चालक का फोटो क्लिक होगा और ई-चालान घर पहुंच जाएगा।

मेरठ में लिवाबिलिटी सर्वे के बाद आईटीएमएस की उम्मीद बढ़ गई हैं। एक बार अत्याधुनिक सिस्टम के प्रभावी होने के बाद जाम से निजात मिल जाएगी तो वहीं कानून तोड़ने पर ई-चालान घर तक पहुंच जाएगा।

संजीव बाजपेयी, एसपी ट्रैफिक, मेरठ

228 कैमरों से निगरानी

पुलिस लाइन में स्थापित आधुनिक कंट्रोल रूम से शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात 228 कैमरों से निगरानी होगी। प्रदेश के प्रथम आधुनिक कंट्रोल रूम का औपचारिक उद्घाटन 20 अप्रैल को होगा। एसपी ट्रैफिक के निर्देशन में कंट्रोल रूम को स्थापित करने का कार्य जारी है। बता दें कि एक कंपनी के टॉवर पर स्थापित 141 कैमरों के अलावा 87 कैमरे सड़क और मुख्य मार्गो पर नजर रखेंगे। गूगल मैप से कनेक्ट कंट्रोल रूम से शहर में कहीं भी जाम को तत्काल खुलवाया जा सकता है तो क्राइम कंट्रोल के लिए भी कंट्रोल रूम की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।