शनि की महादशा चल रही हो, तो व्यक्ति शारीरिक मानसिक रूप से दुखी रहता है इसलिए शनि की महादशा और साढ़ेसाती से हर इंसान डरता है, लेकिन अगर आप सच्चे मन से शनि की पूजा करें तो आपके कष्ट दूर हो जाएंगे। कहा जाता है कि शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए उनके पत्नियों के नाम का जप करना चाहिए।

न्याय करने वाला देवता हैं शनिदेव

ज्योतिष में शनिदेव को न्याय करने वाला देवता माना गया है। मनुष्य अपने जीवन में जो भी अच्छे या बुरे काम करता है, उसका फल उसे शनिदेव ही देते हैं। जब किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती व ढय्या का प्रभाव होता है तो उस समय वह शनि से सबसे ज्यादा प्रभावित होता है।

1 मई 2019 तक मार्गी रहेंगे शनि

शनिदेव के कोप से बचना है तो जपें उनकी 8 पत्नियों के नाम,दूर होंगी परेशानियां

शनि अब 1 मई 2019 तक मार्गी रहेंगे। शनि के मार्गी होने से मकर राशि पर साढ़ेसाती शुरू हो चुका है, जबकि तुला राशि वालों पर शनि की छाया समाप्त हो रही है। शनि की सीधी चाल से कई राशियों को फायदा मिलेगा जबकि कुछ राशियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस दौरान यदि शनि को प्रसन्न करन के उपाय किए जाए तो शनि के बुरे प्रभाव से कुछ राहत मिल सकती है।

शनि के कोप से बचने का आसान उपाय

शनि के वक्रीय होने के कारण जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढय्या का प्रभाव है, उन्हें और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए हर शनिवार को आगे बताया गया उपाय करें-

शनि देव की पत्नियों के नामों का जाप इस प्रकार करें-

शनिदेव के कोप से बचना है तो जपें उनकी 8 पत्नियों के नाम,दूर होंगी परेशानियां

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया.

कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा..

शनेर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन्ि पुमान्.

दुःखानि नाशयेन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखम..

* ध्वजिनी

* धामिनी

* कंकाली

* कलहप्रिया

* कंटकी

* तुरंगी

* महिषी

* अजा

इस तरह शनिदेव की पत्नियों का नाम लेने से दुखों का नाश होता है और सौभाग्य बढ़ता है।

-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी

शनिवार को करेंगे ये आसान उपाय तो शनिदेव होंगे प्रसन्न, बुरा वक्त हो जाएगा खत्म

कुंडली में शनि के भाव अनुसार करें ये उपाय, बनी रहेगी शनि देव की कृपा