-दिनभर शेयर होता रहा वायरल वीडियो शासन तक पहुंचा

-पहले भी एसपी गंगापार और एएसपी से हो चुकी है विधायक की झड़प

<-दिनभर शेयर होता रहा वायरल वीडियो शासन तक पहुंचा

-पहले भी एसपी गंगापार और एएसपी से हो चुकी है विधायक की झड़प

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: दोनों सम्माननीय हैं। एक पुलिस विभाग के बड़े अफसर तो दूसरे जनप्रतिनिधि। अब सही कौन? और गलत कौन? यह तो पता नहीं, लेकिन मंत्री के घर में घुसने को लेकर हुई बहस के वीडियो ने इलाहाबादियों को बहस का मुद्दा तो दिया ही इसकी गूंज शासन तक पहुंच गई।

खबर है कि वीडियो की पहुंच सीएम और शासन के बड़े अफसरों तक हो गई है। इधर, इलाहाबाद में दिनभर यह वीडियो इस मोबाइल से उस मोबाइल में शेयर होता रहा। इस सबंध में बात के लिए जब विधायक को फोन किया गया तो उन्होंने फोन उठाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं पुलिस अफसरों ने तो पूरे मामले में कभी न टूटने वाली चुप्पी साध ली है। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के पैतृक आवास पर भाजपा विधायक हर्षव‌र्द्धन बाजपेई और एएसपी व आईजी के बीच झड़प हुई थी।

तीन मिनट का है वीडियो

मामले का वीडियो करीब तीन मिनट का है। इसमें शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी आईजी रमित शर्मा के साथ बहस करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस ने उनकी गाड़ी को रोक दिया है और विधायक अंदर जाने की दलील देते नजर आ रहे हैं।

पहले एएसपी से की थी बहस

इसके पहले एएसपी सुकृति माधव ने स्वास्थ्य मंत्री के खुशहाल पर्वत स्थित आवास पर जाते समय विधायक का वाहन रोक दिया था। विधायक ने प्रोटोकाल बताया लेकिन एएसपी ने उनकी बात नहीं मानी। वह नियमों का हवाला देते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि विधायक की एएसपी और आईजी दोनों से हॉट टॉक हुई थी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की शिकायत डीजीपी से करने की धमकी भी दी थी। इस बीच किसी ने मामले का वीडियो बना लिया जो वायरल हो गया है।

पहले भी रहे हैं सुर्खियों में

भाजपा विधायक पहले भी ऐसे ही मामले को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। पूर्व में बाघंबरी मठ में आए सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात एसपी गंगापार सुनील सिंह से भी हर्षवर्धन बाजपेई की भिड़ंत हुई थी। उस समय भी वीडियो जमकर वायरल हुआ था। मामले की शिकायत सीएम से की गई थी। अब बताया जा रहा है कि यह मामला भी सीएम तक पहुंच गया है। हालांकि मामले में पुलिस के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नही हैं। वे मामले की शिकायत शासन से करने की बात को खारिज कर रहे हैं। इस बीच मामले की जानकारी के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट कार्यालय से भाजपा विधायक के मोबाइल पर काल की गई तो उन्होंने रिसीव नहीं किया।