अपहरण के बाद कर दी थी हत्या

रौनक को उसके पड़ोसी विक्रांत ने स्कूल जाते समय धोखे से अपहृत कर लिया फिर उसके घर वालों से 25 लाख फिरौती डिमांड करने लगा। कई बार उसने रौनक के पिता सुधीर कुमार को फोन किया और पैसे की डिमांड करता था। पुलिस छानबीन करती रही और इस बीच रौनक की मुंह पर टेप चिपकाकर सांस रोककर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रौनक के शव को विक्की के दुकान से बरामद किया। विक्की को जेल भेजकर पुलिस मामले की इतिश्री में लगी थी लेकिन परिजनों ने पुलिस पर घटना में शामिल अन्य आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। काफी दबाव बनाया लेकिन पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ रही थी।

आईजी की पहल से जगी उम्मीद

मंगलवार को पटना के जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां डीआईजी पटना राजेश कुमार व एसएसपी मनु महाराज फोर्स के साथ रौनक के घर पहुंच गए। रौनक के परिजनों ने अधिकारियों को बताया कि इस घटना में एक पूर्व विधायक के बेटे की संलिप्तता है। आईजी ने हर बिंदु को गंभीरता से लिया है और जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। रौनक के परिवार वालों को आईजी ने भरोसा दिलाया कि इस घटना में जो भी शामिल होगा उसका जेल जाना तय है।

एसआईटी टीम में 10 अफसर

आईजी के निर्देश पर गठित एसआईटी की टीम में कुल 10 अधिकारी हैं। सिटी एसपी ईस्ट विशाल शर्मा, एएसपी ऑपरेशन राकेश दूबे, एएसपी पटना सिटी हरिमोहन शुक्ला, एएसपी बाढ़ मनोज तिवारी व अन्य अफसर शामिल है।

रौनक मर्डर में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इस घटना में आरोपित को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी। पीडि़त परिवार को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।

- नैय्यर हसनैन खां, आईजी पटना