-आला ऑफिसर के सामने नम्बर गलत तरीके से खोल देते हैं हिस्ट्रीशीट

-आईजी ने प्रारंभिक जांच बैठायी, दोषी ऑफिसर के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

-सीओ और एसओ का कार्यप्रणाली सुधारने की नसीहत दी। कई टिप्स भी दिए

-आईजी के टारगेट में स्मैक और चरस तस्कर, जल्द शुरु होगी धरपकड़

KANPUR: शहर की मित्र पुलिस किस तरह से नियमों को ताक पर रखकर एक छोटे से क्राइम के आरोपी को हिस्ट्रीशीटर बना देती है और किस तरह से उनकी हिस्ट्रीशीट खोल देती है। इसकी पोल सोमवार को उस समय खुल गई, जब आईजी जोन आशुतोष पाण्डेय ने बजरिया और कर्नलगंज थाने के हिस्ट्रीशीटरों से रुबरु होकर बात की। इसमें उन्हें पता चला कि कानपुर की पुलिस ने सालों-पुराने मात्र एक मुकदमे के आरोपियों तक की हिस्ट्रीशीट खोल दी है। पुलिस किस तरह से हिस्ट्रीशीट खोलने में खानापूरी करती है। और सालों पुराने रिकॉर्ड के आधार पर कार्रवाई करती है इसको गंभीरता से लेते हुए आईजी ने गलत हिस्ट्रीशीट खोलने वाले ऑफिसर्स को भी दंडित करने के लिए प्रारंभिक जांच बैठा दी। उन्होंने दोषी ऑफिसर को दंडित करने का भरोसा भी पब्लिक को दिलाया है। साथ ही उन्होंने ठीक रेप्यूटेशन वाले आरोपियों की हिस्ट्रीशीट को बन्द करा दिया। उनका ये इस कदम पब्लिक और पुलिस के बीच की दूरी को जरूर कम करेगा।

खुलती गई पुलिस की पोल

आईजी आशुतोष पाण्डेय दोपहर करीब फ्.ख्0 बजे बजरिया के अतिसंवेदनशील इलाके लुधौरा के प्राइमरी स्कूल पहुंचे। यहां पर पब्लिक उनसे मिलने का इंतजार कर रही थी। उन्होंने हिस्ट्रीशीटर से सीधे संवाद किया, इस मौके पर वहां मौजूद भोला सोनकर ने उनके सामने कर्नलगंज पुलिस की पोल खोल दी। उसने बताया कि उस पर चौदह साल पहले लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसे कोर्ट ने बरी कर दिया है। इसके बाद भी उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी है। पुलिस वाले उसको परेशान करते हैं। जिसे सुनते ही आईजी ने एसओ से उसकी हिस्ट्रीशीट की फाइल मांग ली, तो उसके होश उड़ गए। उसने आनन- फानन में फाइल दी, तो पुलिस की लापरवाही की पोल खुल गई। उस पर एक ही मुकदमा दर्ज था। जिसे देखने के बाद आईजी ने उसकी हिस्ट्रीशीट बन्द करा दी। इसी तरह बदरे आलम की शिकायत पर आईजी ने उसकी फाइल देखी, तो उसके खिलाफ भी एक मारपीट का मुकदमा दर्ज था। जिसे देखने के बाद आईजी ने उसकी निगरानी बन्द करने का निर्देश एसओ को दिया। इसी तरह अब्दुल और अनीस की शिकायत आईजी ने उनकी फाइल देखी, तो पता चला कि पुलिस ने सिर्फ एक गलत फोन मिलाने पर उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी थी। उसके खिलाफ कोई संगीन मुकदमा भी दर्ज नहीं था। आईजी ने माना कि पुलिस ने नियम के विरूद्ध दोनों के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोली है। जिसे संज्ञान में लेते हुए आईजी ने दोषी ऑफिसर को दंडित करने के लिए प्रारंभिक जांच बैठा दी।

सीओ और एसओ को टिप्स दिए

शहर के अतिसंवेदनशील इलाके में पुलिस वालों को किस तरह काम करना चाहिए और किस तरह पब्लिक से बात करना चाहिए, इस बारे में उन्होंने सीओ और एसओ को टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस पब्लिक सरवेंट है। पुलिस को थाने में आने वाले पीडि़तों से अच्छी तरह बातकर उनकी समस्याएं सुननी चाहिए। पुलिस को केस के संबंधित हर जानकारी वादी को देनी चाहिए। तभी पब्लिक का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने सीओ और एसओ बताया कि किस तरह से संवेदनशील इलाके में इलाकाई पब्लिक के साथ लेकर बदमाश को गिरफ्तार किया जा सकता है।

गोपनीय रखी जाएंगी सूचना देने वाले की पहचान

आईजी आशुतोष पाण्डेय ने पब्लिक को पुलिस का सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति पुलिस को सूचना देना चाहता है, तो वो आईजी ऑफिस के नम्बर, उनके सीयूजी नम्बर पर कॉल कर सकते है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर वो किसी कारणवश कॉल रिसीव नहीं कर पाते है, तो व्यक्ति एसएमएस कर सकता है। वो उनको खुद कॉल कर लेंगे।

ख्म् की बन्द, क्म् की नष्ट

आईजी ने बजरिया और कर्नलगंज थाने की समीक्षा करते हुए ख्म् आरोपियों की हिस्ट्रीशीट बन्द करा दी। इसमें बजरिया के नादिर, वसीम, इरशाद, शहंशाह, बदरे आलाम, राजेश त्रिपाठी और कर्नलगंज रईस, ब्रज किशोर, शफीक शामिल है। आईजी ने बताया कि इनकी आम शोहरत पता करने के बाद यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा क्म् लोगों की हिस्ट्रीशीट नष्ट की गई है।

टारगेट पर चरस व स्मैक तस्कर

आईजी आशुतोष पाण्डेय ने लुधौरा में साफ कर दिया कि उनके टारगेट पर अब मौत के सौदागर यानि चरस, स्मैक, हेरोइन समेत अन्य नशे का गोरखधंधा करने वाले हैं। उन्होंने पुलिस ऑफिसर को हिदायत दी कि वे नशा करने वालों को गिरफ्तार न करें, बल्कि वे नशे का गोरखधंधा करने वालों को गिरफ्तार करें। तभी एक कल्लू नाम के एक युवक ने आईजी को स्मैक तस्कर के बारे में बताया, तो उन्होंने सीओ को उसे गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने एक दरोगा को स्मैक तस्कर को गिरफ्तार करने पर एसओ बनाने का रिवार्ड देने का भी वादा किया। उनके साथ एसएसपी केएस इमैनुएल भी मौजूद रहे।