- यह पैसा बेटियों के पढ़ाई के लिए खर्च करेगा आईआईएम

- मोल-भाव की कला सीखने के लिए बेची पेंटिंग

LUCKNOW :

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनजमेंट आईआईएम लखनऊ में जहां हर स्टूडेंट्स केवल मार्केट, फाइनेंस, मैनेजमेंट, ब्रांड आदि जैसे टॉपिक पर दिन भर व्यस्त रहते हैं। वहीं संडे को आईआईएम लखनऊ के स्टूडेंट्स ने राजधानी के लोगों को अपने कुछ नए रोचक अंदाज से भी परिचित कराया। दरअसल, आईआईएम के कुछ स्टूडेंट्स फन मॉल पहुंचे। वहां उन्होंने अपनी बनाई पेंटिंग बेची। इससे मिले रुपयों से उन्होंने जरूरतमंद बेटियों की पढ़ाई के लिए पैसे जमा किये।

खुद की बनाई पेटिंग बेचा स्टूडेंट्स ने

आईआईएम लखनऊ के स्टैटजिक बिजनेस नेगोशिएशन फाइनल ईयर पीजीपी के स्टूडेंट्स फन मॉल गोमतीनगर में खुद की बनाई पेंटिंग बेचने के लिए पहुंचे थे। उनके साथ आए सब्जेक्ट के जानकार प्रो। हिमांशु राय ने बताया कि यह एक तरह का प्रैक्टिकल था ताकि स्टूडेंट्स यह समझ सकें कि बाजार में अपना प्रोडक्ट कैसे बेचा जाए। उन्होंने बताया कि इससे इक्ट्ठा हुआ धन से बेटियों की पढ़ाई के लिए दान किया जाएगा।

स्टूडेंट्स का अनुभव

स्टूडेंट प्रणीत बक्की ने बताया कि यह मेरे लिए एक ऐसा मौका था जहां हमने अब तक जो कुछ भी सीखा है उसका प्रैक्टिकल किया। वहीं उत्कर्ष चंद्रा ने बताया कि हमारी ओर से कमाया हुआ पैसा बेटियों की पढ़ाई के लिए जाना है। इसलिए मैनें एक पारम्परिक भारतीय महिला का चित्र बनाया था। बिजनेस का यह पहला अनुभव बेहतरीन था। उपाधि हरित ने बताया कि मैंने भी एक लड़की की पेंटिंग बनाई थी और सबसे ज्यादा खुशी तब हुई जब एक कस्टमर शशिकांत मिश्रा ने एक-एक हजार रुपए में हमारी 6 पेंटिंग खरीद लीं। विशाल लिहारे ने बताया कि सारे छात्रों को कम से कम एक पेंटिंग जरूर बेचनी थी। पहले अपनी पेंटिंग बनाना फिर दूसरों की पढ़ाई के लिए उसे बेचना बेहद खास अनुभव था।

स्टूडेंट्स को नेगोशिएशन, धैर्य और कौन सा प्रोडक्ट कहां, किसे और कैसे बेचना है, यह सीखाया गया। स्टूडेंट्स के लिए यह काफी अच्छा अनुभव रहा।

- प्रो। हिमांशु राय, आईआईएम लखनऊ