मुझे पापा ने पढ़ाया
अनुपम कहते हैं- मेरे पापा आईआईटी, खडग़पुर के प्रोडक्ट रहे हैं और उन्होंने पूरी मेहनत से मुझे पढ़ाया। उन्होंने ही फिजिक्स और मैथ्स के सारे कॉन्सेप्ट्स क्लियर कराए। मां अमिता खंडेलवाल और बड़े भाई अंकुर खंडेलवाल, जो आईआईटी, दिल्ली में पढ़ रहे हैं, उन्होंने भी मुझे बहुत हेल्प की। मेरी सक्सेस में सबकी मेहनत और सबका कंट्रीब्यूशन है।

यकीन नहीं था कि topper बनूंगा
अपने रिजल्ट पर अनुपम ने कहा- मैं झारखंड टॉपर बनूंगा, इसका मुझे यकीन नहीं था। पर, मैंने डेली 8 घंटे पढ़ाई की और अपने कॉन्सेप्ट्स क्लियर रखे। कॉन्सेप्ट क्लियर रखना मुझे काम आया और मैंने बाजी जीत ली। मुझे 310 माक्र्स मिले हैं और मेरी सक्सेस में मेरे कोचिंग इंस्टीट्यूट के केमिस्ट्री टीचर सीपीआर सर की बहुत मदद मिली। मेरे ममेरे भाई अनिकेत खंडेलवाल को भी देशभर में 56वां रैंक मिला है और उसे 285 माक्र्स मिले हैं।

Hardworking है अनुपमÓ
अनुपम खंडेलवाल के आईआईटी- जेईई एडवांस्ड में देशभर में नौवां रैंक (ऑल इंडिया रैंक) लाने पर उनके कोचिंग इंस्टीट्यूट ब्रदर्स एकेडमी के डायरेक्टर पारस कुमार अग्रवाल ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी है। मिस्टर अग्रवाल ने कहा कि अनुपम की सक्सेस का क्रेडिट उसके हार्डवर्क और विल पावर को जाता है। उन्होंने बताया कि आईआईटी-जेईई एडवांस्ड में ब्रदर्स एकेडमी के 53 स्टूडेंट्स पास हुए हैं, जिनमें अनुपम कुमार खंडेलवाल स्टेट टॉपर बने हैं। अनुपम के अलावा ब्रदर्स एकेडमी के स्टूडेंट्स अनिकेत खंडेलवाल, बिंदुभूषण सिंह, अमनदीप कुमार, कुमार शिवम और शिवम आदर्श ने भी आउटस्टैंडिंगली सक्सेस हासिल की है।