RANCHI (3 रूड्ड4)सफल कोई भी हो सकता है बशर्ते जीतने की लगन हो। कड़ी मेहनत से मंजिल जरूर मिलती है। आईआईटी जेईई के मेन्स एग्जाम में 275 मा‌र्क्स लाकर सिटी टॉपर बने गौरव जैन ने बताया कि हार्ड वर्क ही उनके सक्सेस का फंडा है। इसके अलावा पढ़ाई में टाइम मैनेजमेंट का सही इस्तेमाल भी सक्सेस की राह आसान कर देती है।

आईएएस बनने की तमन्ना

गौरव जैन कहते हैं कि उनकी इच्छा पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना है, फिर आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं। मुझे बचपन से ही लाल बत्ती वाली गाड़ी अट्रैक्ट करती रही है। गौरव कहते हैं कि आईआईटी जेईई के मेन्स में उनकी इस सफलता के पीछे बड़े भाई प्रतीक जैन का अहम योगदान है। वे एग्जाम में बेहतर करने के लिए हमेशा मोटिवेट करते रहे हैं। गौरव के पिता राजेश जैन की अपर बाजार में हार्डवेयर शॉप है, जबकि मां हाउसवाइफ बबिता हाउस वाइफ हैं।

बेस मजबूत करें

आईआईटी जेईई कंपीट करने के लिए 10वीं की पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि सक्सेस के लिए बेस मजूबत होना सबसे ज्यादा जरूरी है। गौरव बताते हैं कि बेस मजबूत होने से 11 वीं से ही आईआईटी जेईई की प्रिपरेशन करने में सहूलियत हो जाती है। इसके अलावे किसी भी एग्जाम अथवा फील्ड में सक्सेस का एक ही मंत्र है- टाइम मैनेजमेंट और हार्ड वर्क। जो इन दोनों को अनुशासित रहकर फॉलो करता है, उसे सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है।

कान्सेप्ट रखें क्लियर

आईआईटी जेईई के मेन्स एग्जाम में 271 मा‌र्क्स लानेवाले अर्णव कुंद्रा का कहना है कि आईआईटी जेईई में सक्सेस के लिए पढ़ाई के दौरान बेसिक्स और चैप्टर्स का कान्सेप्ट क्लियर होना सफलता में काफी मायने रखती है। सक्सेस के लिए कड़ी मेहनत करना होगा, इसका कोई शॉर्ट कट मेथड नहीं है। आर्मी में कर्नल दीपक कुंद्रा के बेटे अर्णव की इच्छा इलेक्ट्रिकल अथवा कंप्यूटर इंजीनियर बनने की है।

शुभम को आए 263 मा‌र्क्स

शुभम कुमार की इच्छा आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सर्विसेज में जाने की की है। आईआईटी जेईई के मेन्स में 263 मा‌र्क्स लानेवाले शुभम ने बताया कि सक्सेस का फंडा हार्ड वर्क और प्रॉपर गाइडेंस है। उधर, एससीआरए का रिटेन क्वालिफाई करनेवाले व आईआईटी जेईई के मेन्स में 252 मा‌र्क्स लाने वाले अतुल बंसल के मुताबिक, वे रेगुलर 8-9 घंटे पढ़ाई करते थे। इसके अलावे स्टूडेंट्स को 10 वीं या 11 वीं से ही आईआईटी की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।