जॉब करने के साथ जॉब क्रिकेटर बने आईआईटीयन

- बीटेक के 177, एमटेक के 70 और पीएचडी के 28 सफल छात्रों को मिला सर्टिफिकेट

- आईआईटी पटना का पाचवां दीक्षांत समारोह आयोजित

- बीटेक, एमटेक और पीएचडी के छात्रों को मिली डिग्री

- सुभम को मिला प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल अवार्ड

PATNA(6Aug): यह गर्व की की बात है कि आपलोग जीवन के एक नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन मैं एक बात कहूंगा की आप नौकरी का ही एक मात्र लक्ष्य बनाकर काम न करें, बल्कि आपके क्षेत्र में असीम संभावनांए भी मौजूद हैं, उसकी भी तलाश करें। हर चुनौती को स्वीकार करें। ये बातें आईआईटी पटना के भ्वें दीक्षांत समारोह के मौके पर पर आईआईटी बीओजी के चेयमैन और गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ एमएस विजय कुमार ने कही। इस समारोह का शुभारंभ आईआईटी पटना के कुलगीत के साथ प्रारंभ हुआ। इसके बाद डायरेक्टर प्रो। पुष्पक भट्टाचार्य ने आईआईटी का वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया।

चमके शुभम और दिव्या

आईआईटी पटना परिसर में आयोजित कंवोकेशन के दौरान शुभम और दिव्या गोल्ड पाकर गदगद थे। शुभम को इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल, पे्रसिडेंट ऑफ इंडिया गोल्ड मेडल का अवार्ड दिया गया। जबकि दिव्या गर्ग को डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल का अवार्ड दिया गया। इस अवसर पर चीफ गेस्ट पद्म भूषण बाबासाहेब कल्याणी थे।

'ना' कहना भी सीखें

इस अवसर पर छात्रों का संबोधित करते हुए गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ अजित प्रसाद ने छात्रों को कुछ ऐसी बातों से रू ब रू कराया जो कि उनके लिए व्यवहारिक जीवन में बेहद उपयोगी हो। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि आपको ना कहना आना चाहिए। लेकिन इसकी कला यह हो कि किसी को बुरा न लगे। कारपोरेट कल्चर में काम करना आसान नहीं होता है। आप यह ध्यान रखे। दूसरी बात, जो कुछ भी काम को पुरा करें वह पर्सनल टच के साथ करें।

-दीक्षा समारोह में बीटेक के दो और एमटेक के एक छात्र को मिला गोल्ड मेडल

- बीटेक में सबसे बेहतर अंक लाने वाले छात्र शुभम हैं बो¨रग रोड के रहने वाले

- शुभम को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से किया गया सम्मानित

- बीटेक में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मुरादाबाद की दिव्या गर्ग को मिला डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल

- एमटेक में सबसे बेहतर अंक लाने के लिए तपन सूद को मिला इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल

- तितास नंदी को मिला श्री केदारनाथ दास स्मृति अवार्ड

गोल्ड मेडलिस्ट ने कहा

तपन सूद

एमटेक में इंस्टीट्यूट गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले पंचकुला, हरियाणा के तपन सूद को किसी कंपनी की नौकरी नहीं भाई। उन्होंने कहा कि कई कंपनियां आई थीं, लेकिन मुझे जॉब नहीं जंचा। अब वे सरकारी नौकरी के लिए प्रयास करेंगे। मैकेनिकल इंजीनिय¨रग के इस छात्र ने कहा कि अब उनकी प्राथमिकता जॉब ही है। तपन के पिता हेमंत सूद एनआइटीटीटीआर चंडीगढ़ में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। तपन ने कहा कि संस्थान के अनुभव बेहद खूबसूरत हैं, जिन्हें वे हमेशा याद रखेंगे।

दिव्या गग

बीटेक में ऑलराउंडर प्रदर्शन के आधार पर गोल्ड मेडल पाने वाली मुरादाबाद यूपी की दिव्या गर्ग को नैपियर हेल्थ केयर में नौकरी भी मिल चुकी है। उन्हें म्.भ् लाख का पैकेज मिला है। रसायन विज्ञान की इस छात्रा का मन पढ़ाई से अभी भरा नहीं। वह अभी और पढ़ना चाहती है, लेकिन फिलहाल उसकी प्राथमिकता जॉब है। दिव्या ने कहा कि आइआइटी में उसकी नेतृत्व क्षमता विकसित हुई। प्रबंधन का स्किल डेवलप हुआ। वह बताती है कि बचपन से ही उसे विज्ञान में काफी रुचि थी, इसलिए आइआइटी में आई। दिव्या के पिता मनीष गर्ग बिजनेस मैन हैं, जबकि मां शोभा गर्ग गृहिणी हैं।

ये हैं होनहार

- तपन सूद, चेयरमैन गोल्ड मेडलिस्ट, डिपार्टमेंट ऑफ मेकेनिकल इंजीनियरिंग

- इंस्टीट्यूट सिल्वर मेडलिस्ट

- ए। स्वान

- अंकित मक्कर

- सौरभ श्रीवास्तव

- नीलांबर महापात्रा

- अमृता राव

- केजी कारवाल

- किरन सिंह