- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर ढाबा संचालक और पेट्रोल पंप ओनर सुविधा के हिसाब से बनाते कट

- एनएचएआई के मानकों का कमाई के चक्कर में मखौल बना रहे संचालक, लोगों की जा रही जान

UNNAO : कानपुर लखनऊ हाईवे पर डिवाइडर काट कर बने अवैध कट राहगीरों की जान ले रहे हैं। ये कट ढाबा संचालक और पेट्रोल पंप वालों ने अपनी कमाई के चक्कर में बना रखे हैं, इन अवैध कटों से इनकी कमाई तो भरपूर हो रही है, पर इसके बदले इंसान की कीमती जान जरूर जा रही है। लखनऊ-कानपुर हाईवे-25 का करीब 60 किलोमीटर हिस्से में एनएचएआई के नियम कायदे, मानक मायने नहीं रखते। इतनी दूरी पर ही सौ से अधिक अवैध कट बने हुए हैं।

बस आदेश ही होते रहे

हाईवे पर बढ़ते एक्सीडेंट्स को देखते हुए प्रशासन ने इन कटों को बनाने का फरमान सुनाया। इसके साथ ही साथ ही कट बनाने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी जारी कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली। इसके बाद बारी आई एनएचएआई की तो उसने भी सड़क देखने वाली कंपनी को निर्देशित कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दे दिया। कुल मिलाकर आदेशों और चेतावनियों का दौर चला पर नतीजा शून्य ही रहा।

अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

हाईवे पर हाल में हुए हादसों पर यदि नजर डालें तो लगभग हर तीसरे चौथे दिन इस पर होने वाले हादसों का कारण यही अवैध कट बने हैं। इनमें से सबसे अधिक कट जाजमऊ से आरओबी व मंडी परिषद तक और सोनिक से लेकर अजगैन, फिर नवाबगंज से लेकर सोहरामऊ भल्ला फार्म तक जगह जगह पर नजर आते हैं। इस सब के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

यहां सबसे ज्यादा मौत के शॉर्टकट

- जाजमऊ पुल से आगे बढ़ते ही चौकी से कुछ आगे बढ़ने पर।

- कल्लूपुरवा गांव क पास तीन स्थानों पर डिवाइडर को काट दिया गया।

- त्रिभुवन खेड़ा के पास पेट्रोल पंप के निकट।

- आगे बढ़ने पर ढाबों के सामने

- आजाद मार्ग से कुछ आगे बढ़ने पर ढाबे के सामने।

- गहिरा स्थित पेट्रोल पंप और ढाबों के सामने सुविधा से कट बना लिए गए।

- औद्योगिक क्षेत्र बंथर में औद्योगिक क्षेत्र जाने के लिए और ढाबों के लिए कट तैयार कर लिए गए।

- सौशीन खेड़ा, शेरपुर नरी गांवों के सामने स्थित ढाबों के पास तैयार किए गए अवैध कट।

- गदन खेड़ा से पहले पेट्रोल पंप के सामने अवैध कट तैयार किए गए हैं।

- गदन खेड़ा से आरटीओ कार्यालय के बीच चार स्थानों पर अवैध कट बने हैं। जो पेट्रोल पंप, गेस्ट हाउस व अन्य स्थानों के लिए तैयार किए गए हैं।

- हुसैन नगर से मंडी परिषद के बीच चार स्थानों पर अवैध कट तैयार किए गए।

- औद्योगिक क्षेत्र दही चौकी और बाइपास के बीच दो स्थानों पर अवैध कट।

- नवाबगंज से लेकर भल्लाफार्म के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर अवैध कट मौत बांट रहे है।

'इसके लिए प्रशासन के साथ बैठक हुई थी। उसी में तय किया गया था कि जहां जहां पर अवैध कटों हैं वहां पर पुलिस पहले बैरियर रखेगी। उसके बाद हम उन कटों को बंद कराएंगे। इससे लोग तोड़ेंगे नहीं। यहां पर ऐसा प्रयोग हुआ भी, लेकिन तोड़ने वालों ने उन्हें भी तोड़ दिया। अब मुझे नहीं समझ आता है कि जब पुलिस लगाए गए बैरियर को हटाया जा रहा है। तो एफआईआर हमें करानी है या फिर खुद पुलिस और प्रशासन को। क्योंकि पुलिस इतनी आसानी से एफआईआर भी नहीं दर्ज करती.'

- पी शिव शंकर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई

'अवैध कट बनाने वालों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एनएचएआई और पीएनसी को कहा गया था। इसके लिए अब तक हम कई बार इसके लिए उन्हें लिख भी चुके हैं, लेकिन एनएचएआई ने अब तक एफआईआर करने की कार्रवाई पर गौर नहीं किया है। पहले जो करायी भी तो उनमें किसी का नाम नही था। इससे वह प्रभावी नहीं हुई। फिर से एक बार बुलाकर इसपर कार्यवाही की जाएगी.'

- सौम्या अग्रवाल, डीएम उन्नाव