दस्तावेजों में फर्जीवाड़े पर लगाम को बोर्ड करेंगे मदद

डीएवी पीजी कॉलेज में हर स्टूडेंट के दस्तावेजों होगी जांच

- विभिन्न बोर्ड से किया जा रहा संपर्क, तैयार हो रहा वेरिफिकेशन का खाका

DEHRADUN: डीएवी पीजी कॉलेज में एडमिशन फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न बोर्ड मददगार बनेंगे। इसके लिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा स्कूल बोर्ड से मदद मांगी गई है। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के लिए एक बोर्ड से हाथ मिलाया है।

एडमिशन में आए कई फर्जी मामले

बीते कुछ वक्त में डीएवी पीजी कॉलेज में एडमिशन के कई फर्जी मामले सामने आए। इसी को देखते हुए कॉलेज ने मामले को गंभीरता से लेने का निर्णय लिया है। कॉलेज अब नए सेशन में हर स्टूडेंट के डॉक्युमेंट्स वेरिफाई करने के बाद ही एडमिशन लेगा। इसके लिए ऑनलाइन वेरिफिकेशन प्रणाली अपनाई जाएगी। कॉलेज द्वारा वेरिफिकेशन प्रोसेस को पूरा करने में विभिन्न स्कूल बो‌र्ड्स से भी मदद मांग रहा है।

कई बो‌र्ड्स वेरिफिकेशन में करेंगे मदद

कॉलेज द्वारा सीबीएससी, सीआईएससीई और उत्तराखंड बोर्ड से बातचीत की जा रही है। ताकि बोर्ड द्वारा जारी की जाने वाली मार्कशीट्स को वेरिफाई करना आसान हो सके। दरअसल कॉलेज में एडमिशन के लिए क्0वीं और क्ख्वीं बोर्ड की मार्कशीट सबसे अहम होती है। बीते कई मामलों में दस्तावेजों में घालमेल के मामले सामने आ चुके हैं। इसी को देखते हुए कॉलेज ने सीधे बोर्ड से दस्तावेज वेरिफाई कराए जाने की योजना बनाई है। कॉलेज अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड से पहले चरण में बातचीत पूरी हो चुकी है। इसके बाद ऐसी प्रणाली विकसित करने पर विचार किया जा रहा है, ताकि त्वरित गति से दस्तावेजों को वेरिफाई करना आसान हो सके और समय की बचत भी हो सके।

ख्म् एडमिशन मिले थे फर्जी

स्टेट के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी पीजी कॉलेज में बीते दिनों एलएलबी फ‌र्स्ट सेमेस्टर में क्8 एडमिशन फर्जी पाए गए थे। इसके बाद मामले की जांच की गई तो आठ मामले और फर्जी पाए गए। जिसके बाद जांच कमेटी द्वारा एडमिशन रद्द करते हुए मुकदमा भी दर्ज कराया गया। लेकिन तमाम प्रयासों और मेरिट बेस पर एडमिशन किए जाने के बाद भी ख्म् फर्जी एडमिशन पाया जाना कॉलेज प्रशासन के भी गले नहीं उतर रहा है। इसी को देखते हुए अब कॉलेज के अन्य कोर्सेज के डिपार्टमेंट्स में किए गए एडमिशंस को भी वेरिफाई करने का कॉलेज प्रशासन मन बना रहा है। ताकि किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी न की जा सके। कॉलेज प्रशासन संबंधित विभागों से संपर्क साधने की तैयारी में है। इसी क्रम में अब अगले सेशन में होने वाले एडमिशन के भी डॉक्युमेंट्स वेरिफाई करने के लिए बोर्ड अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है।

फर्जी एडमिशन के मामलों में वेरिफिकेशन किए जाने की जरूरत है। हमारा प्रयास है कि व्यवस्था पारदर्शी बने। इसके लिए कॉलेज लेवल पर हर संभव कोशिशें की जा रही है। बोर्ड से बातचीत भी इसी क्रम का हिस्सा हैं।

----- डॉ। देवेंद्र भसीन, प्रिंसिपल, डीएवी पीजी कॉलेज