-आरटीआई में खुलासा, अवैध कॉलोनियों में दिए जा रहे कनेक्शन

Meerut । नए कनेक्शन से लेकर फाइनल डिस्कनेक्शन तक कंज्यूमर्स का तरह-तरह से शोषण करने वाले बिजली अफसरों का एक चौंकाने वाला कारनामा सामने आया है। इस बार विभागीय अफसरों ने चार कदम आगे निकलकर न केवल बड़ा खेल कर डाला है, बल्कि अपने सारे काले चिटठें पर विशेष परिस्थितियों का पर्दा भी डाल दिया है। अफसरों द्वारा किए गए कारनामों का खुलासा तब हुआ जब एक आरटीआई के जवाब में विभाग ने बजाए कोई नियम बताने के उसको विशेष परिस्थिति का नाम दे डाला।

अवैध कॉलोनियों में कनेक्शन

दरअसल, अवैध कॉलोनियों में मोटा पैसा लेकर पीवीवीएनएल अफसर धड़ल्ले से कनेक्शन जारी कर रहे हैं। ऐसे में न महज मानकों का खुला उल्लंघन है, बल्कि गरीबों द्वारा की जा रही कनेक्शन की डिमांड पर उनको नियम कायदों का पाठ पढ़ाया जा रहा है। ऐसे में जब क्षेत्र के लोग उच्च अधिकारियों से कनेक्शन न दिए जाने की शिकायत करते हैं तो कर्मचारी उनकी खराब टेक्निकल रिपोर्ट तैयार कर कनेक्शन जारी करने में सौ मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।

ऐसे हुआ खुलासा

रोहटा रोड स्थित जवाहर कॉलोनी में विभाग ने थोक में बिजली के कनेक्शन दे डाले। ऐसे में जब वहीं के निवासी जगदीश ने कनेक्शन की मांग की तो उससे सुविधा शुल्क के रूप में मोटी रकम की डिमांड की गई। जगदीश ने जब रकम देने में असमर्थता जताई तो कर्मचारियों ने कनेक्शन देने से मना कर दिया। पीडि़त द्वारा जब उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई तो निचले कर्मचारियों ने अवैध कॉलोनी बताकर कनेक्शन न देने की बात कही। इस पर जब पीडि़त ने आरटीआई डालकर उसी कॉलोनी में जारी किए गए अन्य कनेक्शन की जानकारी चाही तो जवाब में अफसरों ने कनेक्शन देने का कारण विशेष परिस्थिति बताया।

विशेष परिस्थिति का लबादा

विशेष परिस्थितियों के नाम पर विभाग के कनेक्शन का यह कोई नया मामला नहीं है। ऐसे में न जाने अन्य कितने उन मामलों को विभाग विशेष परिस्थितियों का नाम देकर दबा चुका है, जिनमें अफसरों और कर्मचारियों ने बड़ा खेल किया हो। इस संबंध में कोई शिकायत करने पर जब कार्रवाई की बारी आती है तो विभाग कारनामे को विशेष परिस्थितियों का लबादा पहनाकर फाइल बंद कर देता है।

केस वन

सराय लालदास स्थित कई बहु मंजिला फ्लैट्स को जेई ने बिना एस्टीमेट के कनेक्शन दे डाला। वहीं के निवासी महेश चंद ने घरेलू कनेक्शन की मांग की तो उसे डेढ़ लाख का एस्टीमेट थमा दिया गया। महेश ने जब अन्य कनेक्शन की जानकारी की तो जवाब विशेष परिस्थितियां बताया गया।

केस टू -

रोहटा रोड स्थित जवाहरनगर में कर्मचारियों ने अवैध रूप से कई कनेक्शन जारी कर दिए। स्थानीय निवासी जगदीश ने जब घरेलू कनेक्शन की मांग तो एस्टीमेट थमा दिया गया। पीडि़त ने जब अन्य मामलों की जानकारी चाही तो उनका कारण विशेष परिस्थितियां बताया।

केस थ्री-

विष्णुपुरम नाम की अवैध कॉलोनी में विभाग ने 10 बिजली कनेक्शन जारी कर दिए। वहीं के निवासी प्रवीन ने जब कनेक्शन की डिमांड रखी तो सुविधा शुल्क की मांग की गई। जबकि शुल्क न देने पर कनेक्शन देने से इंकार कर दिया गया। प्रवीन ने जब अन्य मामलों में कनेक्शन देने की शिकायत की तो विभाग ने विशेष परिस्थितियां बताकर अपने कर्मचारियों का बचाव किया।

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विशेष परिस्थितियां कनेक्शन देने का कोई मानक आधार नहीं है। ऐसे में यदि गलत तरीके से कनेक्शन दिए गए हैं, तो उनकी जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

-आरके राणा, एसई अर्बन मेरठ पीवीवीएनएल