- एमडीए वीसी ने चाय पर चर्चा के दौरान अवैध निर्माण से झाड़ा पल्ला

- शहर के विकास के लिए मांगे सुझाव, बेहतरी का आश्वासन

<- एमडीए वीसी ने चाय पर चर्चा के दौरान अवैध निर्माण से झाड़ा पल्ला

- शहर के विकास के लिए मांगे सुझाव, बेहतरी का आश्वासन

MeerutMeerut। शहर के विकास में सबसे बड़ी बाधा अनियोजित विकास है, जो अब नासूर बन चुका है। जिसके लिए हमेशा एमडीए को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। लेकिन इस समस्या के लिए एमडीए से अधिक वो व्यक्ति जिम्मेदार है, जो बिना किसी अनुमति के नियमों का उल्लंघन कर अवैध निर्माण को अंजाम दे रहा है। यह बात एमडीए वीसी योगेन्द्र यादव ने मीडिया के साथ चाय पर चर्चा के दौरान कही।

विकास के लिए मांगे सुझाव

एमडीए की ओर से मीडिया के साथ चाय पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। एमडीए सभागार में मौजूद मीडिया से प्राधिकरण वीसी योगेन्द्र यादव ने शहर के विकास पर खुलकर चर्चा की। इस दौरान एमडीए वीसी ने ना केवल तेजी से पनप रहे अवैध निर्माण पर चिंता जाहिर की, बल्कि शहर के विकास के लिए सुझाव भी मांगे।

एमडीए नहीं जिम्मेदार

मीडिया से बात कर रहे एमडीए वीसी ने कहा कि पिछले दिनों अछरौंडा में एक इमारत गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि यदि शहर में कोई इमारत गिरती है, तो इसके लिए एमडीए जिम्मेदार नहीं है। वीसी ने कहा कि एमडीए की जिम्मेदारी केवल इमारत का नक्शा पास करने भर की है, जबकि बिल्डिंग में किस क्वालिटी का कंस्ट्रक्शन मैटीरियल इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी जवाबदेही एमडीए की नहीं है। इस मौके पर सचिव नवनीत शर्मा, सीई एससी मिश्रा, एसई शबीह हैदर, टाउन प्लान केके गौतम आदि मौजूद रहे।

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ये आए सुझाव

-पब्लिक के लिए परेशानी बना साइकिल ट्रैक का अधूरा काम जल्द पूर्ण किया जाए

-प्राइवेट कॉलोनियों में लैंड ऑडिट कराया जाए

-एमडीए में बाबुओं के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए

-स्वीकृत मानचित्रों के सापेक्ष कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी किए जाएं

-क्00 मीटर से कम क्षेत्रफल में बने भवनों पर कार्रवाई न की जाए

-सूरजकुंड पार्क का बचा हुआ हिस्सा भी नगर निगम को हैंड ओवर किया जाए

-एमडीए परिसर में कंप्लेंड सेल बनाई जाए

-इनर रिंग रोड का निर्माण जल्द शुरू किया जाए

-कंपाउंडिंग कर एमडीए की आय बढ़ाई जाए