कम उम्र वाले कर रहे वसूली
अगर आपको किसी चौराहे पर कम उम्र का कोई लड़का ई रिक्शा चालकों से रुपए लेता दिख जाए तो समझ लें वह वसूली कर रहा है। हालांकि वह ऐसा खुद के लिए नहीं बल्कि अपने आंका यानी चौराहों पर बैठे पुलिस और बिचौलियों के लिए कर रहा है। ऐसे एक दो नहीं दर्जनों लड़के हैं। इनमें ज्यादातर 15 से 18 साल से कम उम्र के हैं। इन नाबालिगों की मानें तो खाकी की पोल न खुले इसलिए इन्हें वसूली के इस काम में लगाया जाता है। इसके बदले उन्हें भी पैसे मिल जाते हैं।
रोज है लाखों का वारा-न्यारा
वसूली का यह धंधा सिर्फ 20 रुपए से हजार तक नहीं बल्कि लाखों का है। ई रिक्शा चालक वसूली के 20 रुपए सिर्फ एक राउंड के देते हैं। अगर एक रिक्शा चालक दिनभर में कम से कम अगर 10 राउंड लगाता है तो वह वसूली का 200 रुपए अदा करता है। इस लिहाज से शहर में दौड़ रहे करीब 6 हजार ई रिक्शों से करीब 12 लाख की आमदनी हो रही है।
हर एरिया में फैला है रैकेट
वसूली का यह रैकेट गोदौलिया, रथयात्रा, मैदागिन, कबीरचौरा, लहुराबीर, सिगरा, महमूरगंज समेत दर्जनों व्यस्ततम एरिया में फैला हुआ है। हर जगह लड़के वसूली करते नजर आ जाते हैं। ऐसे में प्रशासन के आला अफसरों के आंख में धूल झोंकने का यह काम कब तक चलेगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
नाबालिगों को छूट, दिव्यांगों पर डंडे
एक तरफ जहां पुलिस वालों के शह पर अवैध वसूली और नाबालिगई रिक्शा चालकों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं पुलिस वाले वसूली की रकम न देने पर दिव्यांग रिक्शा चालकों पर डंडा बरसा रहे हैं। पिछले माह मैदागिन चौराहे पर एक विकलांग ई रिक्शा चालक का रिक्शा सिर्फ इसलिए डैमेज कर दिया गया क्योंकि उसने वसूली के 20 रुपये देने से इंकार कर दिया था। मछोदरी निवासी जंगबहादुर का आरोप है कि शहर में सैकड़ों नाबालिग बगैर डीएल के अवैध रूप से ई रिक्शा चला रहे हैं, लेकिन पुलिस इन पर लगाम लगाने के बजाए, जिनके पास सारे कागजात है उन्हें वसूली न मिलने पर परेशान करती है। यहां तक की दिव्यांग चालक का ई रिक्शा तोड़ दे रहे हैं। इसकी लखनऊ सीएम विंडो पर लिखित शिकायत भी की गई है। लेकिन इसकी जांच अब तक नहीं कराई गई।
तथ्य एक नजर में
- 6000 से ज्यादा ई-रिक्शे चल रहे हैं शहर में
- 20 रुपये एक रूट पर एक बार चलने का है वसूली रेट
- 10 राउंड एक रूट पर औसतन चलता है एक ई-रिक्शा
- 12 लाख रोजाना की है अवैध वसूली
ऐसे वाहनों पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 300 से ज्यादा ई रिक्शा चालकों का चालान काटा गया है। वसूली होने की बात गलत है।
- सुरेश चंद्र रावत, एसपी ट्रैफिक, वाराणसी