- दुकानें बंद कर आलमगीर गंज से चले गए दुकानदार, गरजी जेसीबी अतिक्रमण ध्वस्त

- बानखाना में नाला निर्माण में मानक को पूरा नहीं करने पर ठेकेदार पर कार्रवाई के आदेश

BAREILLY:

नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान दो दिनों के अवकाश के बाद मंडे को फिर से शुरू हुआ। मंडे को आलमगीर गंज में चल रहे अतिक्रमण अभियान को बीच में रोककर कोहाड़ापीर के बानखाना की ओर जेसीबी की दिशा मोड़ दी गई। जहां नाला निर्माण में बिल्डिंग बाधा बन रही थी। ठेकेदार और नगर निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत के आरोपों को दरकिनार करते हुए नगर आयुक्त के आदेश पर अवैध कब्जा ध्वस्त किया गया। नगर आयुक्त ने ठेकेदार की जांच और सख्त कार्रवाई के आदेश एक्सईएन को दिए हैं।

एक आवास ही हुआ ध्वस्त

स्थानीय निवासियों के मुताबिक नाला का निर्माण पिछले कुछ दिनों से चल रहा है। ठेकेदार ने कुछ निवासियों को राहत पहुंचाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से नाला को हल्का टेढ़ा कर दिया था। करीब 4 फीट तक नाले घुमावदार बनाया जा रहा था। लेकिन इसी बीच मामला प्रकाश में आने से मंडे को नगर आयुक्त ने तत्काल सभी संभावनाओं को ध्वस्त करते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए। हालांकि, निवासियों का आरोप है कि नगर आयुक्त के आदेश के बाद भी सिर्फ फरीरुद्दीन की बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया जबकि करीब आधा दर्जन और निर्माण अवैध हैं।

दुकानें बंद कर चले गए व्यापारी

नगर आयुक्त के आदेश पर जारी रोस्टर के मुताबिक मंडे को अतिक्रमण हटाओ अभियान आलमगीर गंज में चलाया गया। अभियान की टीम जैसे ही आलमगीर गंज पहुंची व्यापारियों ने अपनी दुकान बंद की और बगैर किसी विरोध के वहां से चले गए। सूत्रों के मुताबिक व्यापारियों ने सोचा था कि मौजूद नहीं होने पर टीम अतिक्रमण को शायद ध्वस्त नहीं करेगी लेकिन इससे इतर जेसीबी का पंजा गरजा। करीब 30 दुकानों, भवनों की सीढ़ी, शटर, स्लैब, जाल, चबूतरा को ध्वस्त कर दिया गया। हालांकि, इसी दौरान दोपहर करीब डेढ़ बजे नगर आयुक्त के आदेश पर टीम का रुख बानखाना की तरफ हो गया।

बानखाना में कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए नाला को घुमाने का आरोप ठेकेदार पर लगा है। एक्सईएन की जांच में ठेकेदार दोषी मिला तो ब्लैक लिस्ट होगा।

आरके श्रीवास्तव, नगर आयुक्त

हम पर ना ही तो कोई टैक्स है और न ही अवैध है, और अगर मेरा मकान अवैध बना भी है तो कम से कम निगम को एक बार तो बोलना चाहिए हम खुद हटा लेते।

फरीरुद्दीन, बिल्डिंग ओनर

दुकान में कपड़े का काम है। दुकान बंद थी लेकिन निगम की टीम ने उस बंद दुकान पर पंजा मार दिया। सामान निकालने का समय नहीं मिला। काफी नुकासान हुआ है।

अनवर, दुकानदार

अतिक्रमण हट रहे है इससे हमें कोई प्रॉब्लम नहीं है। यह तो अच्छी बात है कि मेयर साहब इतना सोच रहे हैं। लेकिन कम से कम एक बार सूचना जरुर देनी चाहिए।

शमीम अहमद पार्षद