- डीडीयूजीयू के संतकबीर हास्टल में रहने वाले अवैध छात्रों की बनाई गई सूची

- यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से हास्टल में भेजे गए सुप्रीटेंडेंट

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: डीडीयूजीयू हास्टल में रहने वाले अवैध छात्रों को खदड़ने की तैयारियां डीडीयूजीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने शुरू कर दी है। थर्सडे को डीडीयू हास्टल के सभी वार्डेन से छात्रों की सूची मांगी गई। सभी वार्डेन ने अपनी-अपनी लिस्ट भी दे दी है। लेकिन संतकबीर हास्टल के वॉर्डेन के पास कोई लिस्ट नहीं थी। छात्रों की लिस्ट न होने की दशा में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से सुप्रीटेंडेंट को भेजा गया जिन्होंने छात्रों की लिस्ट बनाई है।

किसी भी दशा में बाहर होने चाहिए कब्जाधारी

हास्टल में गोली चलने की घटना के बाद से यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पूरी तरह से सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। ट्यूज्डे की दोपहर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से जो सुप्रीटेंडेंट भेजे गए थे उन्होंने संतकबीर हास्टल में रहने वाले पीजी स्टूडेंट्स की लिस्ट बनाई जिसमें अवैध और वैध छात्रों की अलग-अलग सूची बनाई। यूनिवर्सिटी से जुड़े कर्मचारियों की मानें तो जब तक संतकबीर हास्टल खाली नहीं करा लिया जाता तब तक छात्रों के एलॉटमेंट संभव नहीं हैं। वहीं संतकबीर के छात्रों ने भी अवैध रूप से कब्जा किए छात्रों को बाहर करने के लिए इच्छा जाहिर की है।

ट्यूज्डे को हुई थी कांफिडेंशियल मीटिंग

डीडीयूजीयू हास्टल में रहने वाले अवैध छात्रों को खदड़ने के लिए डीडीयूजीयू एडमिनिस्ट्रेशन, डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के बीच ट्यूज्डे को मीटिंग हुई थी। मीटिंग में जब सभी हॉस्टल में अवैध रूप से रहने वाले छात्रों के लिस्ट बनाने की चर्चा हुई तो मौजूद सभी टीचर्स ने कहा कि एनसी, विवेकानंद और गौतमबुद्ध हॉस्टल में नहीं सिर्फ संतकबीर हॉटल में अवैध छात्रों का कब्जा है। उसे खाली कराया जाए।

क्या हम अवैध छात्र हैं?

हास्टल में रहने वाले छात्रों की माने तो जब से 2014-15 सेशन शुरू हुआ है, तब से हास्टलर्स के न तो रिन्यूवल हुए हैं और न ही उनके एलॉटमेंट। ऐसे में अगर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन यह कह रहा है कि अवैध छात्रों को बाहर किया जाएगा तो फिर क्या चारों हास्टल एनसी, विवेकानंद और गौतमबुद्ध में रहने वाले छात्र भी अवैध हैं, जबकि वह यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स हैं। जो रिन्यूवल और एलॉटमेंट का काम जुलाई में कर लेना चाहिए था वह अब किया जा रहा है। वह भी गोली चलने की घटना के बाद। अगर इन चारों हास्टल के वार्डेन अपनी जिम्मेदारियां ईमानदारी पूर्वक निभाएं तो कोई भी अवैध छात्र हास्टल में नहीं रह सकता है।

हास्टल में रहने वाले अवैध छात्रों की सूची बनाई जा रही है। वहीं जिन छात्रों के रिन्यूवल और एलॉटमेंट नहीं हुए हैं। उसे भी शुरू कर दिए जाएंगे।

प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू