- पूर्व में कई बार हो चुके हैं हादसे

-कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति

फीरोजाबाद. नकली शराब बनाने वाली भट्ठियां जिले में भी खूब धधक रही हैं. आधा दर्जन स्थानों पर बनने वाली ये शराब कहीं और नहीं बल्कि सरकारी ठेकों पर ही बिकती है. नकली और जहरीली शराब जिले में भी लोगों की जान ले चुकी है, फिर भी प्रशासन ने सबक नहीं लिया. कार्रवाई के नाम पर हर बार रस्म ही निभाई गई.

रोज बनती है शराब

जहरीली शराब पीने से डेढ़ दर्जन लोगों की मौत से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कोहराम मच हुआ है. जिस शराब को पीकर लोग मरे उसे यूरिया, नींद की दवाओं से मिलाकर बनाया गया था. समस्या ये है कि मौत का ये सामान जिले में भी धड़ल्ले से तैयार होता है. गिहार बस्ती शिकोहाबाद की हो या सिरसागंज की. हमेशा आबकारी विभाग के निशाने पर रहती है, फिर भी यहां हर रोज कच्ची शराब बनती और बिकती है.

चार लोगों की हो चुकी है मौत

गांवों में भी घरों में भट्ठियां धधक रही हैं, जहां नकली शराब तैयार की जाती है. ये शराब केवल गांव में नहीं बिकती बल्कि सरकारी ठेकों तक पहुंचती है. करीब तीन वर्ष पूर्व पचोखरा थाना क्षेत्र में इसी तरह की जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी. इसके बावजूद आबकारी विभाग नहीं चेता. कहने को गिहार बस्ती में हर तीसरे दिन छापा मारा जाता है, लेकिन गिरफ्तारी कोई नहीं होती. आबकारी और स्थानीय पुलिस की टीम कुछ लीटर शराब फैलाकर लौट आती है. नसीरपुर थाना क्षेत्र के गांव रजौरा में यूरिया से शराब बनाने का कारोबार काफी समय से चल रहा था, लेकिन कार्रवाई तब हुई जब जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाई.

अब तक 825 हुए गिरफ्तार

जिले में अवैध और नकली शराब की बिक्री करने के आरोप में वर्ष 2014 में अप्रैल से दिसंबर तक सवा आठ सौ से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश को थाने से ही छोड़ दिया गया. आंकड़े बताते हैं, शराब का अवैध कारोबार करने पर नौ महीने में 27 लोगों को ही जेल भेजा गया है. इस अवधि में कुल 42 हजार 310 लीटर अवैध शराब पकड़ी गई. इसमें से 6800 लीटर वह शराब थी जो जिले के अलग-अलग स्थानों पर बनती पाई गई. शराब की तस्करी में लगे सात वाहन भी पकड़े जा चुके हैं.

कागजों में हो रही कार्रवाई

कहने को कार्रवाई के नाम पर आबकारी विभाग के आंकड़े काफी दुरस्त हैं. वर्ष 2012-13 की तुलना में वर्ष 2013-14 में काफी मात्रा में अवैध शराब बरामद हुई.

आंकड़े एक नजर में---

वर्ष 2012-13 - 2013-14

बरामद शराब (लीटर में) 18223 - 48466

गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या 842 - 941

जेल गए लोगों संख्या 41 - 163

पकड़े गए वाहन 12 - 2