एसपी सिटी के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने जमीन पर कब्जा करने के आरोपी को किया गिरफ्तार

चल रहा है लंबा विवाद, कमिश्नर और एसएसपी के आदेश को ढाल बनाकर किया कब्जे का प्रयास

Meerut। शहर के पॉश साकेत इलाके में डीएस बंगला के फ्रंट पोर्शन पर करीब 3000 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जे की कोशिश पुलिस ने नाकाम कर दी। पुलिस ने कब्जे से नीयत से जमीन पर बाउंड्री करने और गेट लगवाने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया तो वहीं धारा 151 के खिलाफ कार्रवाई भी की है। भू-माफिया दोबारा इस संपत्ति को कब्जा न कर सकें इसके लिए पुलिस करोड़ों रुपए की इस संपत्ति को विवादित घोषित करा रही है, पुलिस ने संपत्ति को धारा 145 में दर्ज कराने के लिए कार्यवाही आरंभ कर दी है।

नियम पर फेरा पानी

जानकारी के मुताबिक रेवेन्यू रिकार्ड में 960, सिविल लाइन्स स्थित चर्च की भूमि 125 साल पहले सदन एशिया उर्फ मैथोडिस्ट चर्च, इंडिया के नाम दर्ज है। चर्च की कुल भूमि 28 वीघा 2 विसवा है जिसमें से कब्रिस्तान, चर्च, ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज, 2 इंग्लिश मीडियम स्कूल, ग‌र्ल्स हॉस्टल, डीएस बंगला और कई आवास स्थित हैं। हालिया प्रकरण डीएम बंगला के फ्रंट पोरशन के करीब 3000 वर्ग मीटर एरिया में अवैध कब्जे का है।

बाउंड्री कर लगाया गेट

एसपी सिटी रणविजय सिंह की जांच में निकलकर आया कि आरोपी डेनियल एलबर्ट पुत्र एलबर्ट निवासी एकतापुरम करोड़ों की इस संपत्ति पर अवैध कब्जे के नीयत से बाउंड्री करके गेट लगा दिया। सेंट्रल मैथोडिस्ट चर्च के जिला सुपरिटेंडेंट चमन कंफर्ट द्वारा इस संबंध में थाना सिविल लाइन्स पुलिस को मंगलवार को शिकायत दर्ज की गई जिसपर एसपी सिटी, सीओ सिविल लाइन्स राम अर्ज और इंस्पेक्टर सिविल लाइन्स अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने मौके पर पहुंचकर हो रहे निर्माण को रुकवाया और आरोपी डेनियल एलबर्ट को हिरासत में ले लिया। इस दौरान मौके पर मौजूद दो अन्य भागने में सफल हो गए।

घोषित होगी विवादित संपत्ति

पुलिस ने धारा 151 के तहत चालान करते हुए आरोपी डेनियल को इस हिदायत पर छोड़ा कि वो दोबारा उक्त संपत्ति के साथ छेड़छाड़ नहीं करेगा। साथ ही करोड़ों रुपए की इस संपत्ति को भू-माफिया के चंगुल से छुड़ाने के लिए इसे विवादित संपत्ति घोषित कराने के लिए धारा 145 की प्रक्रिया आरंभ कर दी है।

जरा समझ लें

डीसी बंगले के फ्रंट पोर्शन पर करीब 3000 वर्ग मीटर भूमि पर लंबे समय से विवाद चल रहा है। पूर्व में इस संपत्ति पर डेनियल एलबर्ट ने मालिकाना हक जताते हुए बाउंड्री को उठाने की कोशिश की तो वहीं मंगलवार को गेट लगा दिया। एसपी सिटी की तफ्तीश में निकलकर आया कि डेनियल ने यह संपत्ति अब्दुल अजीज नाम के व्यक्ति से लीज पर ली थी। एसपी सिटी ने बताया कि एक ओर लीज की अवधि समाप्त होने पर अब्दुल अजीज पक्ष ने डेनियल से यह संपत्ति वापस लेने के लिए दबाव बनाया तो वहीं करोड़ों की इस प्रॉपर्टी पर काबिज रहने के लिए इसे दोबारा हासिल करने के प्रयास तेज कर दिए। डेनियल ने अब्दुल अजीज पक्ष से लीज डीड की अवधि बढ़ाने के लिए दबाव डाला। एसपी सिटी ने बताया कि दोनों पक्षों में लेनदेन के बाद कुछ समझौता हुआ जिसके बाद एक बार फिर डेनियल ने इस संपत्ति पर कब्जे की नीयत से बाउंड्री वाल बनाकर गेट लगा दिया।

प्रकरण हाईकोर्ट में लंबित

एसपी सिटी ने बताया कि यह संपत्ति विवाद हाईकोर्ट में विचारधीन है तो वहीं राजस्व परिषद में भी सुनवाई चल रही है। पूर्व में इस केस के संबंध में तत्कालीन कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने एडीएम सिटी मुकेश चंद्र को जांच के आदेश दिए थे।

43.50 करोड़ कीमत

रेवेन्यू रिकार्ड के मुताबिक इस संपत्ति की सरकारी कीमत 43.50 करोड़ रुपए है। सर्किल रेट्स 2018-19 के मुताबिक इस सड़क पर कॉमर्शियल सर्किल रेट्स 1.45 लाख प्रतिवर्ग मीटर है। यह रेट्स मेरठ में सर्वाधिक भी हैं।

कब्जे से नीयत से जमीन पर बाउंड्री करने और गेट लगवाने वाले व्यक्ति को हिरासत में लेकर धारा 151 के खिलाफ कार्रवाई भी की है। भू-माफिया दोबारा इस संपत्ति को कब्जा न कर सकें इसके लिए संपत्ति को धारा 145 में दर्ज कराने के लिए कार्यवाही आरंभ कर दी है।

रणविजय सिंह, एसपी सिटी, मेरठ