जान-माल की क्षति का डर

सिटी में ऐसे अवैध रीफिलिंग से हमेशा जान-माल के नुकसान का डर बना रहता है। कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। सिटी में ऐसे कई एक्सीडेंट हो भी चुके हैं, जो कि गैस रीफिलिंग के कारण हुए हैं।

एजेंसी हॉकरों से मिलता है गैस

सिटी में हो रहे गैस रीफिलिंग में गैस एजेंसी का भी अहम रोल है। सिटी में गैस एजेंसी के ऐसे कई हॉकर हैं जो 650-750 के रेंज में 14 केजी का गैस सिलिंडर जुगाड़ करवा देते हैं। इस बात से इसकी कहानी को समझा जा सकता है।

नहीं रुक रहा धंधा

सिटी में गैस रीफिलिंग के ऐसे कई केसज हैं, जिसमें कई बार छपेमारी भी की जा चुकी है, फिर भी यह धंधा चल रहा है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि क्या छापेमारी और प्रशासन का डर अब इन लोगों में नहीं रह गया है।

कंज्यूमर को होती है परेशानी

सिटी में चल रहे ऐसे अवैध धंधों के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें सही समय पर बुकिंग किया गया गैस नहीं मिल पाता है। ऐसे में आम पŽिलक को काफी प्रॉŽलम फेस करनी पड़ रही है।

'गैस रीफिलिंग की सूचना मुझे नहीं थी। इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। पŽिलक मुझे डिटेल मैसेज कर दें, मैं उसकी पड़ताल कर कार्रवाई करूंगा.'

- एस। पी.  सरायकेला खरसांवा

'हमें कई बार समय पर गैस नहीं मिल पाता है जिस कारण काफी परेशानी होती है। बाद में बाजार से छोटे सिलिंडर में गैस मंगाना पड़ता है, जो काफी महंगा पड़ता है.' 

-अभिजीत झा, कंज्यूमर

'गैस के लिए कभी-कभी लंबा इंतजार करना पड़ता है। ऐसा भी होता है कि कभी गैस नहीं मिलने के कारण हमें बाजार से 100 रुपये प्रति केजी के हिसाब से गैस लाना पड़ता है.' 

-चंदन कुमार, कंज्यूमर

Report by : jamshedpur@inext.co.in