-सफाई का निरीक्षण करने पहुंचे निगम के अधिकारियों के साथ पहुंचे थे डीएम

-क्षेत्र में गंदगी, टूटी सड़क, सट्टा और अवैध शराब की भट्ठियों पर भड़क गई थी आवाम

-टूटी सड़क को बनवाने के आदेश के बाद ही शांत हुई महिलाएं

Meerut : शहर में आवाम का हाल जानने निकले डीएम को महिलाओं का विरोध झेलना पड़ा। असल में नारकीय जीवन जी रहे मलिन बस्ती के बाशिंदे उस समय भड़क गए जब डीएम के पीछे चल रहे निगम के अफसर गलती कबूल करने के बजाय भीड़ को भगाने में लग गए। निगम के सफाईकर्मी को इन बस्ती वालों ने नहीं देखा कभी, नालियों के उठ रही सड़ांध के बीच रह रहे लोग क्षेत्र में सट्टा और अवैध शराब के कारोबार पर बिफर पड़े।

गंदगी पर बिफरे डीएम

डीएम जगत राज प्रात: 9:30 बजे नई बस्ती, सिद्धार्थ नगर, टीपीनगर टॉवर वाली गली सहित कई मलिन बस्तियों का निरीक्षण किया। यहां गंदगी देखकर डीएम, नगरायुक्त डीकेएस कुशवाह पर भड़क गए तो वहीं निगम के अन्य अधिकारी मुंह छिपाने लगे। डीएम के दौरे की जानकारी पर मलिन बस्तियों की महिलाओं ने अधिकारियों को घेर लिया, कहा कि-'नगर निगम का कोई भी अफसर कभी जांच के लिए नहीं आया तो सफाई कर्मचारी की किसी ने शक्ल नहीं देखी.' जलभराव से त्रस्त जनता ने नारेबाजी शुरू की तो डीएम ने समझाबुझाकर शांत किया। सड़क बनाने के आश्वासन पर जनता शांत हुई। करीब 20 गलियों में डीएम ने निरीक्षण किया। यहां चोक हुई नालियां, कूड़े के ढेर, टूटी पड़ी सड़कें आदि मिली।

हेल्थ पोस्ट को जांचा

डीएम ने नई बस्ती लल्लापुरा मे स्थापित हेल्थ पोस्ट केन्द्र का भी निरीक्षण किया। अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हेल्थ पोस्ट में बेहतर सेवाएं देने के आदेश डीएम ने दिए। सीएमओ को मलिन बस्तियों में कैंप लगाकर निशुल्क दवाएं मुहैया कराने के निर्देश डीएम ने दिए। डीएम ने चेक पोस्ट में बुखार-महामारी से जूझ रहे बस्तीवासियों से बातचीत भी की।

साब! पुलिस बिकवाती है शराब

मलियाना, नई बस्ती क्षेत्र की महिलाओं ने शिकायत की कि क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है, पुलिस की मिलीभगत से उनके घर उजड़ रहे हैं। डीएम ने थानाध्यक्ष को फटकार लगाते हुए कहा कि यदि अवैध शराब बेचने वालों को जेल में नहीं डाला तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें। डीएम के निर्देश पर एडीएम सिटी एसके दूबे ने अपर नगर आयुक्त रामभरत तिवारी के साथ फतेहउल्लापुर क्षेत्र का निरीक्षण किया।