वहीं देख रहा था खौफ का मंजर
हैदराबाद बम ब्लास्ट समेत कंट्री के डिफरेंट स्टेट्स में 15 मामलों में आरोपी सिटी के मंजर इमाम उर्फ जमील उर्फ मंजर इमामुद्दीन उर्फ अबू हनीफा के उस इंसिडेंट में इन्वॉल्वमेंट के बारे में मो दानिश ने एनआईए को कई इनफॉर्मेशंस दी हैं। उसने कहा है कि मंजर इमाम ने 31 अगस्त 2008 को ही रांची के बिग बाजार में बम प्लांट किया था। जब रांची पुलिस ने वहां बम बरामद कर लिया था, तब उस वक्त वह खुद और मंजर इमाम भी बिग बाजार के पास रांची पुलिस की कार्रवाई देख रहे थे। फिलहाल हैदराबाद में एनआईए की टीम मंजर इमाम और मो दानिश को सेपरेटली इंटेरोगेट कर रही है। बिग बाजार में बम प्लांटेशन से रिलेटेड न्यूज इंटरनेट एडिशन पर एक इंग्लिश न्यूजपेपर ने भी पब्लिश की है।

लिस्ट में मंजर इमाम का भी नाम
होम मिनिस्ट्री द्वारा जारी लिस्ट के मुताबिक, हैदराबाद बम ब्लास्ट के नौ सस्पेक्टेड टेररिस्ट्स में मंजर इमाम और दानिश अंसारी का भी नाम शामिल है। जबकि, बाकी आरोपियों में सईद मकबूल, रियाज भटकल, बकास उर्फ अहमद, अब्दुल्लाह अख्तर, तहसील अख्तर, यास्मीन भटकल, सईद मकबूल इमरान शामिल हैं। एनआईए द्वारा की जा रही जांच में पता चला है कि 13 जुलाई 2011 को मुंबई और गुजरात में हुए बम ब्लास्ट्स में मो दानिश अंसारी और मंजर इमाम को इंडियन मुजाहिदीन ने शामिल किया था। तब से जांच एजेंसी इन दोनों की तलाश में पीछे पड़ी हुई थी।

पांच सालों से यहां active है IM
आरोप है कि जेहादी एजेंडे को पूरा करने के लिए मंजर इमाम और मो दानिश अंसारी ने झारखंड, बिहार और बंगाल में 50 यूथ को शामिल किया था। इनमें से मैक्सिमम मंजर के फ्रेंड्स, कॉलेज फ्रेंड्स और करीबी शामिल थे। एनआईए जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि मंजर इमाम बैन किए जा चुके ऑर्गनाइजेशन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का ऑफिशियल था। बाद में मंजर इमाम को आईएम का 'चीफ ऑफिसरÓ बनाया गया था। केरल के कोच्चि में हुई पूछताछ में मंजर ने कहा है कि सिमी और उसकी ब्रांच आईएम झारखंड में पिछले पांच सालों से एक्टिव है।