-इम्पीरियल मल्टीप्लेक्स मॉल में ट्यूजडे आधी रात को साउंड सिस्टम की दुकान में लगी थी भीषण आग

- मल्टीप्लेक्स की बेसमेंट पार्किंग में खड़ी थी करीब 150 कारें, हो सकता था बड़ा हादसा

BAREILLY :

साई हॉस्पिटल अग्निकांड के बाद एक बार फिर फायर फाइटिंग के इंतजाम में बड़ी चूक सामने आई है। इम्पीरियल मल्टीप्लेक्स में यदि फायर फाइटिंग उपकरणों की व्यवस्था दुरुस्त होती तो आग को काबू करना शायद ज्यादा मुश्किल नहीं होता। ट्यूजडे रात मल्टीप्लेक्स की तीन दुकानों में आग गई। फायर कर्मियों ने बिल्डिंग में मेन रोड की तरफ लगे एक हाइड्रेंट से जब पानी लेना चाहा तो उससे पानी ही नहीं निकला। शहर में इस तरह के अन्य भी मल्टीप्लेक्स हैं लेकिन अधिकांश बिल्डिंगों में मानकों को अनदेख्ा किया जा रहा है।

हाइड्रेंट से नहीं निकला पानी

फायर बिग्रेड कर्मियों ने गाडि़यों में पानी भरने के लिए जब हाइड्रेंट खोला तो उसमें से पानी ही नहीं निकला। जिसके बाद फायर बिग्रेड की गाडि़यों को फायर स्टेशन से पानी लाना पड़ा। फायर बिग्रेड टीम की छह गाडि़यों ने करीब तीन घंटे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

गनीमत कि बेसमेंट तक नहीं पहुंची आग

इम्पीरियल मल्टीप्लेक्स के बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था है। आस-पास के लोग भी अपनी कार यहीं पार्क करते हैं। जिस समय मल्टीप्लेक्स में आग लगी उस समय 150 कारें पार्किंग में खड़ी थीं। गनीमत रही कि आग बेसमेंट तक नहीं पहुंची बर्ना बड़ा हादसा हो सकता था।

निकलने का भ्ाी नहीं था दूसरा रास्ता

इम्पीरियल मल्टीप्लेक्स की बिल्डिंग में जहां आग लगी वहां आने और जाने के लिए एक ही रास्ता है। किसी आपात स्थिति में बाहर निकलने के लिए यहां कोई दूसरा रास्ता नहीं है। दिन में यहां शॉप ओनर्स और वहां काम करने वाले वर्कर्स के अलावा ग्राहकों की भी भीड़ रहती है। गनीमत रही कि आग रात में लगी।

नहीं चलता है मल्टीप्लेक्स

इम्पीरियल मल्टीप्लेक्स तो बनकर तैयार है लेकिन अभी यह शुरू नहीं हुआ है। मल्टीप्लेक्स अगर चालू होता तो वहां से लोगों को निकलने का भी मौका नहीं मिल पाता। ऐसे में हालात और भी भयावह हो सकते थे।

पास में है रोडवेज स्टैंड

मल्टीप्लेक्स की जिन दुकानों में आग लगी थी वह पुराना रोडवेज से चंद कदम की दूरी पर है। ऐसे में वहां पर पूरा दिन काफी भीड़-भाड़ रहती है। रोडवेज की बसें भी अक्सर सड़क पर ही खड़ी करके सवारियां बैठाई जाती हैं। यदि आग दिन में लगती तो तक फायर बिग्रेड की गाडि़यों का मौके पर पहुंचना मुश्किल हो जाता। इसके लिए ट्रैफिक रोककर रोड खाली करानी पड़ती। उसके बाद ही फायर बिग्रेड की गाडि़यां मौके तक पहुंच पातीं।

नोट:::वर्जन भी देना है।