-आजादी के बाद से 37 गुनाहगारों को मिल चुकी है नैनी जेल में फांसी

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ALLAHABAD: गुनाहगार चाहे जितना भी बड़ा हो, उसे एक दिन अपने किए की सजा जरूर मिलती है। याकूब मेमन ही अकेला ऐसा नहीं है जिसे निर्दोष लोगों की जान लेने पर मौत की सजा मिली। इलाहाबाद के नैनी सेंट्रल जेल में भी फ्7 लोगों को उनके गुनाहों के लिए सूली पर लटकाया जा चुका है। आजादी के बाद फांसी की सजा क्9भ्क् से शुरू हुई जो क्989 तक जारी रही। क्989 के बाद भी जेल में बंद सजायाफ्ता कैदियों को मौत की सजा सुनाई गई लेकिन इसे बाद में आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया गया।

मौत की सजा उम्र कैद में तब्दील

जितने लोगों को नैनी जेल में फांसी की सजा दी गई, उन सभी हत्या के आरोप साबित हुए थे। कुछ तो सामूहिक हत्या के मामले में दोषी पाए गए थे। मौत की आखिरी सजा ख्0क्फ् में वाराणसी के सुरेश कुमार, पीलीभीत के गुरमीत व रामजी को को मिली थी। दया याचिका राष्ट्रपति तक भेजी गई थी लेकिन बाद में कोर्ट ने ही सजा में देरी को देखते हुए फांसी की सजा को उम्र कैद में तब्दील कर दिया।

शहर में रहा हाई अलर्ट

याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद से शहर को हाई अलर्ट पर रखा गया। जिले की पूरी फोर्स पूरे दिन गश्त पर रही। शहर के पुराने इलाकों के सेंस्टिव मोहल्लों में तो आरएएफ, आरआरएफ के साथ पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था।

नाम फांसी की तारीख

क्। रामपाल सिंह क्भ् अक्टूबर क्9भ्क्

ख्। पन्ना लाल फ्0 सितंबर क्9भ्भ्

फ्। ननका ख्0 नवंबर क्9भ्म्

ब्। रामदेव ख्7 नवंबर क्9भ्म्

भ्। छेदी ख्भ् मार्च क्9भ्7

म्। अकबर अली क्8 दिसंबर क्9भ्7

7. राम सिंह ख्0 जून क्9भ्8

8. देवई ख्भ् सितंबर क्9भ्8

9. मोतीलाल क्भ् नवंबर क्9भ्8

क्0. मनुरथा क्भ् नवंबर क्9भ्8

क्क्। विच्छु ख्7 जनवरी क्9भ्8

क्ख्। मंगली ख्8 मार्च क्9भ्9

क्फ्। छेदी क्ब् फरवरी क्9म्0

क्ब्। जोखी 9 मार्च क्9म्0

क्भ्। पदम सिंह फ् सितंबर क्9म्0

क्म्। राजा राम क्ब् अक्टूबर क्9म्0

क्7. रामस्वरूप ख्ब् जुलाई क्9म्क्

क्8. रामनाथ ख्ब् जुलाई क्9म्क्

क्9. ज्ञान सिंह ख्ब् जुलाई क्9म्क्

ख्0. छोटे लाल ख्9 दिसंबर क्9म्क्

ख्क्। सरजू ख्फ् फरवरी क्9म्ख्

ख्ख्। यम बहादुर सिंह क् मई क्9म्ख्

ख्फ्। रामजी ख्7 दिसंबर क्9म्ख्

ख्ब्। जवाहर 7 मई क्9म्फ्

ख्भ्। मुल्लन क्7 अक्टूबर क्9म्फ्

ख्म्। कटरिया फ् मई क्9म्भ्

ख्7. भगवान दास 9 सितंबर क्9म्भ्

ख्8. कृष्ण सिंह ख्7 अक्टूबर क्9म्भ्

ख्9. कैलाश नारायण क्क् नवंबर क्9म्भ्

फ्0. मुलुवा क्0 जनवरी क्9म्8

फ्क्। शोभा 9 नवंबर क्9म्8

फ्ख्। नैईमुद्दीन क्8 दिसंबर क्97ख्

फ्फ्। ज्ञान दास ख्0 अक्टूबर क्97फ्

फ्ब्। काशी प्रसाद ख्ख् अक्टूबर क्97फ्

फ्भ्। अशर्फी क्क् अक्टूबर क्989

फ्म्। बाबू क्क् अक्टूबर क्989

फ्7. श्रीकृष्ण क्8 नवंबर क्989