रात में बिस्तर पर जकड़ी ठंड तो पल भर में टूट गया दोनों का दम

कुंडा क्षेत्र में महिला तो रानीगंज में युवक की हुई मौत

KUNDA/RANIGANG: कुछ दिनों से तेज हुई ठंड का रुख कातिलाना हो गया है। ठंड लगने से कुंडा में महिला और रानीगंज में एक युवक की मौत हो गई। उसकी मौत से परिजनों में कोहराम है। साफ मौसम के बीच चल रही सर्द हवाएं मौत का कारण बन रही हैं। डॉक्टर इस मौसम में लोगों को संभल कर रहने की सलाह दे रहे हैं। थोड़ी सी चूक न सिर्फ बीमारी बल्कि मौत का भी कारण बन सकी है।

रात में खराब हुई थी तबीयत

कुंडा स्थित हथिगवां थाना क्षेत्र के पुरनेमऊ गांव निवासी राधा कृष्ण की पत्नी ननका देवी (65) गुरुवार की रात खाना खाकर घर के अंदर सो रही थी। अचानक देर रात उनकी तबियत खराब हो गई। कंपकपी के साथ सीने में दर्द बढ़ा तो वह जानकारी परिजनों को दी। परिजन आनन-फानन उसे सीएचसी कुंडा ले गए। जहां पर चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

रानीगंज के नजियापुर में हुई मौत

रानीगंज तहसील क्षेत्र के नजियापुर गांव निवासी 35 वर्षीय घनश्याम उर्फ हिन्न सिंह गुरुवार को दिन में क्रिकेट खेलने गया था। क्रिकेट खेल कर शाम को वह घर आया तो उसे हरारत महसूस हुई। रात में अचानक उसे ठंड लगने लगी। परिजनों से बताया तो वह ठंड भगाने का जतन करने में जुट गए। इसी बीच उसे उल्टियां होने लगीं और पेट व सिर में दर्द शुरू हो गया। यह सुन परिजन अस्पताल ले जाने की तैयारी में जुट गए। बताते हैं कि इसी बीच उसकी घर पर ही मौत हो गई। जबकि तीसरी मौत मानिकपुर क्षेत्र में हुई। उसकी मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।

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काफी खतरनाक हैं सर्द हवाएं

जिला अस्पताल के फिजिशीयन डॉ। पीएस मिश्र कहते हैं कि यह ठंड सेहत व जिंदगी के लिहाज से काफी खतरनाक है। हल्की दूप के साथ गलन भरी हवा चल रही है। लोग धूप की चाह में हवा की परवाह नहीं करते। जबकि यही हवा सबसे खतरनाक है। हवा की ठंड लगने से हार्ट की समस्या बढ़ जाती है। रक्त का प्रवाह भी धीमा पड़ जाता है। ऐसे में हार्ट सही से काम नहीं करता और इंसान की मौत हो जाती है।

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बचाव के खास उपाय

- स्नान बाद खुली बदन खुले में न रहें।

- बदन के पानी को सूखे कपड़े से सुखाएं।

-इसके बाद सरसो का तेल बदन पर लगाएं।

-तेल लगाने व कपड़ा पहनने तक कमरे में रहें।

-बाहर निकलें तो मजबूत गर्म कपड़ा पहनें।

-सिर पर टोपी या मफलर जरूर बांधें।