-मूल्यांकन के दूसरे दिन परीक्षक रहे परेशान

- बिजली-पानी और बैठने की व्यवस्था रही ढीली

- बिना कोड की कॉपियां निकली, रुक सकता है रिजल्ट

MEERUT: यूपी बोर्ड मूल्यांकन के दूसरे दिन भी परीक्षकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बिना पानी और बिन रोशनी के बीच शुरू हुए मूल्यांकन में टीचर्स को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। सेंटरों पर जहां बिजली का इंतजाम नहीं रहा, वहीं कहीं एक विषय में दो कोड की कॉपियों को चेक करना भी काफी मुश्किल रहा। कहीं कहीं तो स्टूडेंट की अनुपस्थिति का रिकॉर्ड न मिलने पर परीक्षकों की मुश्किलें और भी बढ़ गई थी।

ठीक नहीं रही व्यवस्था

मूल्यांकन के दूसरे दिन भी परीक्षकों को जीआईसी सेंटर पर अंधेरे में ही कॉपियों का मूल्यांकन करना पड़ा। वहीं परीक्षकों का कहना था कि उन्हें सुबह से पानी तक भी पीने को नहीं मिला। परीक्षक मोहम्मद राबिद अहमद व लेतपाल सिंह का कहना है कि यहां तो टीचर्स के बैठने के लिए ठीक से सही व्यवस्था तक नही है। टूटी फूटी बेंच पर अंधेरे में बैठकर ही कॉपी चेक करनी पड़ रही है। बिजली जाने पर यहां तो और भी अंधेरा हो जाता है।

बिना कोड की कॉपियां

सिटी में चार सेंटर पर चल रहे मूल्यांकन सेंटरों पर कुछ बिना कोड की कॉपियां मिली हैं। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि इनमें एक सेंटर पर दो बंडल बिना कोड के हैं, वहीं जीआईसी में भी कुछ इंटर की कॉपियां बिना कोड की हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह कॉपियां जौनपुर की हैं। ऐसा भी ज्ञात हुआ है कि इन कॉपियों को अलग से सील कर दिया गया है। इन कॉपियों के रिजल्ट भी रोके जा सकते हैं। डीआईओएस शिव कुमार ओझा का कहना है कि इसकी सूचना अभी नहीं है। अगर इस तरह का मामला आता है तो बोर्ड मुख्यालय को सूचित कर दिया जाएगा। इसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।

दो कोड की परेशानी

सनातन धर्म ब्वॉयज इंटर कॉलेज सदर सेंटर पर इंटर की साइंस विषय के तीनों कोड की कुछ कॉपियां डबल कोड की निकली। जिसके कारण परीक्षकों को कॉपियों के मूल्यांकन में विशेष ध्यान रखना पड़ा।

गायब रहा अनुपस्थिति का रिकॉर्ड

जीआईसी सेंटर पर इंटर के इंग्लिश कॉपियों के बंडल में कई जिलों का तो अनुपस्थिति रिकॉर्ड ही गायब रहा। बिना रिकॉर्ड के टीचर्स को यह ओएमआर शीट भरना मुश्किल हो गया। हालांकि इस संबंध में बोर्ड मुख्यालय को सूचना भेज दी गई है।